राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर में प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल का हुआ भव्य विदाई सह सम्मान समारोह
पीयूष चौहान
हरिद्वार: राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर के परिसर में शनिवार को विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मौका था स्कूल के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल के नौकरी से सेवानिवृत्ति पश्चात् विदाई का।शुक्रवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर
में आयोजित विदाई सह सम्मान समारोह में विद्यालय एवं अन्य विद्यालयों के अध्यापक और अध्यापिकाएं उपस्थित रहें। उन्होंने सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल को गुलदस्ता एवं उपहार देकर सम्मानित किया। विद्यालय की वर्तमान इंचार्ज बबली चौहान ने कहा कि प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल एक बेहतर शिक्षक होने के साथ-साथ एक सामाजिक व्यक्ति के तौर पर जाने जाते हैं। अपने सेवाकाल में इन्होंने विद्यालय को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाया। सदैव परीक्षा में स्कूली बच्चों ने बेहतर रिजल्ट पाकर प्रधानाध्यापक की कौशलता को साबित किया। अपने सेवाकाल में वे हमेशा विवादों से दूर रहे हैं। उन्होंने कहा की सेवानिवृत्ति के बाद अब परिवार के साथ समय बिताने का मौका है। उनके द्वारा उन्हें स्वस्थ एवं बेहतर जीवन की शुभकामनाएं दी। सुरेंद्र पाल के द्वारा सर्वप्रथम सन् 1989 में दौलतपुर जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक के पद से शिक्षक के रूप में शुरुआत की गई इसके पश्चात उन्होंने कई वर्ष वहां के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की। वर्ष 2008 को सरकार के द्वारा उनके उत्कृष्ठ कार्य को देखते हुए उन्हें प्रमोशन देकर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर का प्रधानाध्यापक नियुक्त किया। तब से लेकर 30 जून 2022 तक उन्होंने इसी स्कूल में अपनी सेवा दी। 33 वर्ष सरकारी सेवा के दौरान उन्होंने कई उत्कृष्ठ कार्य किए जिनके होने से विद्यालय एवं वहां के शिक्षार्थियों को लाभ पहुंचा। सुरेंद्र पाल देश भावना से भी ओतप्रोत है जिसके चलते उन्होंने अपने कार्यकाल का कुछ समय जिला स्काउट मास्टर के पद पर भी गुजारा। वही उनके विदाई समारोह में पहुंची जूनियर हाईस्कूल गढ़ मीरपुर की प्रधानाध्यापक शर्वरी खातून ने कहा कि सुरेंद्र पाल एक अच्छे शिक्षक एवं समाजसेवी के साथ-साथ स्कूल के लिए एक अच्छे प्रधानाध्यापक के रूप में सदैव अध्यापकों के साथ खड़े रहे हैं। साथ ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुर की प्रधानाध्यापक सीमा चौहान ने कहा कि सुरेंद्र पाल एक अच्छे प्रधानाध्यापक के रूप में विद्यालय को नई ऊंचाइयों की ओर ले गए हैं तथा उनसे अपने जीवन में कई बातों को सीखने का हमें भी सौभाग्य प्राप्त हुआ साथ ही कहीं पर भी यदि किसी प्रकार की कोई समस्या होती थी तो उसके लिए वह लगातार सभी का मार्गदर्शन करते रहते थे। दूसरी ओर पूर्व प्रधानाध्यापक वीरेंद्र पाल द्वारा बताया गया कि विद्यालय का कार्य हो या विद्यालय से बाहर का कार्य दोनों ही प्रकार से अध्यापकों एवं विद्यार्थियों के हित के लिए सुरेन्द्र पाल ने सदैव बेहतर कदम उठाए जिसके चलते भविष्य में विद्यालय के विद्यार्थी एवं समस्त शिक्षक गण उनकी कमी को महसूस करेंगे। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाध्यापक सुरेंद्र पाल ने बताया कि उनके 33 वर्ष के कार्यकाल में अध्यापकों विद्यार्थियों के माता पिता के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों का भी पूर्ण सहयोग मिला जिसके चलते वह अपनी सेवा के रूप में 33 वर्ष पूरे कर पाए जिसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों का दिल की गहराइयों से धन्यवाद किया। इस अवसर पर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर की ओर से सहायक अध्यापक साधना चौहान सहायक अध्यापक आशु अग्रवाल सहायक अध्यापक सुचिता एवं सहायक अध्यापक अरविंद चौहान के साथ प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शेर अली तथा जूनियर हाई स्कूल गढ़ मीरपुर एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुर के प्रधानाध्यापक सहित समस्त शिक्षक गण एवं विपुल और सरस मौजूद रहे।