सूर्या फाउंडेशन आदर्श गांव योजना के तहत सिलाई केंद्र पर मशीन दी गई।
गौरी अग्रवाल
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
आदर्श गांव बसई का मंझरा में सूर्या सिलाई प्रशिक्षण केंद्र पर माताओं बहनों की प्रशिक्षण हेतु सिलाई मशीन दी गई, जिसमें मुख्य अतिथि सूर्या रोशनी लिमिटेड (HR वरिष्ठ महाप्रबंधक) श्री संजीव कुमार जी, जिला संपर्क प्रमुख (RSS) श्री राजीव सिंह जी, सेवाभावी छत्रपाल सिंह सैनी जी, क्षेत्र पंचायत सदस्य हरीश कुमार जी, संस्कार केंद्र शिक्षक रणधीर सिंह सैनी जी, और केंद्र की माताएं बहने उपस्थित रही।
कार्यक्रम के शुभारंभ में मां भारती के श्री चरणों में पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। और इस दौरान प्रशिक्षित माताओं बहनों के अनुभव भी सुने गए। जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त की माताओं बहनों ने अभी तक विभिन्न प्रकार की सिलाई सीखने के बाद अपनी और अपने परिवार की कपड़ों को सीने में समर्थ होने के बारे में बताया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री संजीव कुमार जी ने कहा कि देश देश को आत्मनिर्भर बनाने से पहले हम स्वयं को आत्मनिर्भर बनना अत्यंत आवश्यक है आज के समय में लोकल सिलाई के साथ-साथ समय के अनुसार विभिन्न प्रकार की नई डिजाइनिंग सीखना जरूरी है वही मौसम के अनुसार वूलन कढ़ाई बुनाई इत्यादि सामग्री भी हम सभी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बल प्रदान करती है।
इसके साथ साथ हम स्वयं तो इन चीजों को सीखे साथ ही साथ जिन वस्तुओं को हम सभी बना सकते हैं उनको आसपास की महिलाओं के साथ भी बैठकर सिखाना आप सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है, आप सभी का हुनर सिलाई है उसी प्रकार, एक किसान का हुनर खेती है, एक शिक्षक का हुनर शिक्षा है, प्रत्येक व्यक्ति में विभिन्न प्रकार की विशेषताएं होती है।
इसे हुनर का कोई भी परिवार या परिवार का सदस्य कभी भी बटवारा नहीं कर सकता हम सभी का “ व्यक्तिगत हुनर हम सबको बल प्रदान करता है “यह ऐसा धन है जिसका कोई भी आदान प्रदान नहीं कर सकता।
वही राजेंद्र हिंदुस्तानी जी ने बताया कि इस सिलाई प्रशिक्षण केंद्र को सन 2019 से चलाया जा रहा है जिसमें अभी तक 24 माताएं बहने विभिन्न प्रकार की सिलाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी है जिनमें से कई प्रशिक्षित माताएं बहने अब अपने परिवार के साथ साथ आस-पड़ोस और मोहल्ले की भी सिलाई कर पा रही है जिससे कि वह अपने स्वयं के खर्चे को अपने ही कार्य से पूरा कर पा रही है। यही नहीं इनमें से अधिक से अधिक बहने ऐसी है जो कि अपने परिवार से अब दूसरे परिवार में प्रवेश करने वाली हैं और उस परिवार को अपने हुनर के साथ आत्म बल दे रही है।
इस अवसर पर सेवा प्रमुख राजेंद्र हिंदुस्तानी जी, प्रौढ़ शिक्षा केंद्र शिक्षिका कुमारी जिज्ञासा जी, कुमारी नीतू जी, सुनीता देवी, कृष्णा, सावित्री, नन्ही देवी, कुसुम देवी, मीरा देवी, मूर्ति देवी, पुष्पा देवी जी, राजबाला जी, उमा रानी जी, ज्योति जी, ललिता जी, आंचल जी, ज्योति कुमारी जी, बबीता जी, कमला जी, रामवती जी, भारती जी, मंजू जी, रामवती जी, दीपा जी, ललिता जी, निशा जी, काजल जी, यशोदा जी, रेनू जी, आशा जी, शीतल जी, सुनीता जी, आरती जी, आशा जी, महक जी, मोहनी जी, शिवानी जी, प्राची जी, और माताएँ बहने उपस्थित रही।