कृषि क्षेत्र में कारोबार के लिए सरकार दे रही भारी सहायता - पाण्डेय
जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी नाथ पाण्डेय से प्रधान टाईम्स की विशेष वार्ता
सुरेश तिवारी
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
अल्मोड़ा। अब जिला उद्यान विभाग का ध्यान कोविड-19 के दौरान अपना कारोबार छोड़ आए युवाओं को रोजगार देने की ओर केन्द्रित है । जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने बताया की जनपद के 36 उद्यान सचल दल केंद्रों के माध्यम से खाली पड़े युवाओं को उनकी भूमि में पाली हाउस लगाने एवं उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा हवलबाग, ताड़ी खेत, और लमगड़ा विकासखंडौं में केसर की खेती काश्तकारों को प्रायोगिक तौर पर कराई जा रही है। श्री पांडे ने बताया तीन माह पूर्व काश्तकारों को केसर बल्ब बांटे गए थे जो अब उनके खेतों में लहलहा रहे हैं। बताया कि बड़े बल्ब इसी वर्ष में केसर दे रहे हैं तो छोटे बल्ब अगले वर्ष केसर देने लगेंगे। उन्होंने बताया कश्मीर से उन्नत प्रजाति का केसर का बीज लाकर काश्तकारों को दिया गया और उत्पादित केसर का वर्तमान बाजार भाव दो लाख रुपए किलो और उससे जिला उद्यान अधिकारी ने बताया की इसके अतिरिक्त हवालबाग विकासखंड के चांण बैंड में श्रीमती तारा जोशी द्वारा ब्रेसिका फूल का भारी मात्रा में उत्पादन किया जा रहा है। ब्रेसिका फूल पत्ता गोभी के आकार का अपने आकर्षक रंगोंं से सभी का मन मोह लेता है और बाजार में एक फूल 25 रूपये में बिकता है। श्री पांडे ने बताया जनपद के समीपी गांव चाण में श्रीमती तारा जोशी ब्रेसिका फूल उगा रही हैं तो उनके पति दिल्ली में बाजार देख रहे हैं । उन्होंने बताया की वर्तमान में 20000 पौधे उनके द्वारा उगाए गए हैं जिससे काश्तकार को लगभग पांच लाख रुपयों की आय होगी। उन्होंने बताया पांच नाली भूमि में दो पाली हाउसौं में फूल उगाते गये है । उद्यान अधिकारी ने बताया जो भी युवा अपनी नौकरी छोड़ कर पहाड़ वापस लौट आए हैं उन्हें फूलों की खेती मशरूम की खेती के अलावा साग सब्जी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया सरकार द्वारा जारी योजना के तहत लाभार्थी को मात्र 20 प्रतिशत धनराशि देकर 24320 रुपयों में 15x60 यानिकि 100 वर्ग मीटर के पाली हाउस दिये जा रहे है, जिसकी लागत 1,21,900 है। बताया कि 80 प्रतिशत धनराशि 97520 रुपये सरकार द्वारा राज्य सहायता से लाभार्थी को पाली हाउस लगाने पर छूट दी गई है, जो किसी भी उद्यमी के लिए बहुत ही बड़ी सहायता है। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया की अभी 1 माह बाद रियायती दरों पर काश्तकारों को उद्यान सचल दल केंद्रों के माध्यम से हल्दी एवं अदरक का बीज उपलब्ध कराया जाएगा उन्होंने बताया की अदरक 26 किलो तथा हल्दी 11रुपए किलो सुलभ कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि काश्तकारों की डिमांड के अनुसार 200 कुंतल हल्दी और 1800 कुंतलल अदरक बीज मंगाया गया है। उद्यान अधिकारी ने बताया की सब्जी फूल उत्पादन के साथ-साथ काश्तकार अपने घर पर मशरूम उगा कर 20 से 25 दिन के बाद बाजार में मशरूम बेचकर प्रतिदिन अच्छा पैसा कमा सकते हैं। बताया कि सब्जी आदि उगने में कम से कम 3 माह का समय लगता है, इस बीच काश्तकार का खर्चा चलता रहे इसलिए उचित है कि वह मशरूम भी उगाएं जिससे प्रतिदिन वह बाजार से 200 से ऊपर रुपया मशरूम बेचकर कमा सकेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष तक हम 6000 वर्ग मीटर पाली हाउस वितरित कर रहे थे इस बार उन्होंने 21000 वर्ग मीटर पाली हाउस वितरित करने का लक्ष्य बनाया है। श्री पांडे ने बताया वर्तमान में उनके विभाग को 120 काश्तकारों के पाली हाउस लगाने के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। बताया कि जो भी बेरोजगार युवा या काश्तकार अपनी जमीन पर पाली हाउस लगाकर बे मौसमी सब्जियों, मौसमी सब्जियों फूलों अथवा फलदार खेती का काम करना चाहें वे उद्यान सचल दल केंद्रों से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि उनके विभाग द्वारा खेती की घेराबंदी निर्माण हेतु भी सुविधा प्रदान की जाती है और 100 वर्ग मीटर पाली हाउस लगाने पर 80% रुपया राज्य सहायता से उनको लाभ दिलाया जाता है। बताया कि मशरूम की फसल 20 दिन में तैयार होनी शुरू होती है जो 3 माह तक लगातार उत्पादन देती है और इन तीन महीनौं में 50 बैग मशरूम लगाने से काश्तकार को 24000 रुपए की आमद हो सकती है। उन्होंने बताया की 20 केजी के कट्टो में मैं मय बीज के बटन मशरूम उपलब्ध कराया जाता है जिसमें काश्तकार को मात्र 7000 का खर्चा आता है। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया जनपद के अनेक क्षेत्रों में काश्तकार पॉलीहाउस के जरिए खेती कर अच्छा पैसा अर्जित कर रहे हैं बताया कि वर्तमान में सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाओं से बेरोजगार लोग लाभ उठाकर अपना भविष्य सवार सकते हैं उन्होंने युवा वर्ग से कहा है कि वह उनके कार्यालय में पहुंच कर उनसे सीधे संवाद कर कृषि क्षेत्र के कारोबार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।