महर्षि विद्या मंदिर में त्रिदिवसीय आंतरिक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
हरिद्वार। ब्रह्मलीन महर्षि महेश योगी के आशीर्वाद व वर्तमान अध्यक्ष गिरीश चंद्र वर्मा के निर्देशन में महर्षि विद्या मंदिर में दिनांक 29/05 /2023 से 31/05 /2023 तक त्रिदिवसीय आंतरिक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महर्षि संस्थान के विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकों ने भाग लिया । कार्यक्रम के प्रथम दिवस का प्रारंभ योग व ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन के साथ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन गुरुकुल विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के सभागार में किया गया। जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य राजीव त्यागी द्वारा की गई। प्रधानाचार्य महोदय का स्वागत विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक श्री नीरज गुप्ता द्वारा तिलक लगाकर किया गया । प्रधानाचार्य महोदय द्वारा सर्वप्रथम गुरु परंपरा पूजन किया गया तत्पश्चात श्रीमती शालिनी चौधरी द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय एवं महत्व बताया गया । विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय ने सर्वप्रथम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020की व्याख्या की। उसके पश्चात कुमारी प्रीति मिश्रा ने महर्षि कॉन्शियसनेस बेस एजुकेशन के महत्व पर प्रकाश डाला ।उसके पश्चात श्रीमती नीरजा सक्सेना ने छात्र के साथ आदर्श वार्तालाप के सिद्धांत बताए ।देहरादून से आई श्रीमती अनीता भाटिया ने यूनिफाइड फील्ड एवं नेचुरल लॉ पर प्रकाश डाला ।इसके पश्चात श्रीमती भावना चौहान ने कक्षा कक्ष प्रबंधन के विषय में शिक्षकों को कुछ टिप्स दिए। प्रथम दिवस का समापन ग्रुप एक्टिविटी और उसके बाद ध्यान से हुआ ।कार्यशाला के द्वितीय दिवस की कार्यशाला के मुख्य अतिथि संस्कृत विश्वविद्यालय के उपकुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री व विनय सेठी रहे। जिसमें सर्वप्रथम उन्होंने दीप प्रज्वलित किया ।इनका स्वागत विद्यालय के प्राचार्य राजीव त्यागी द्वारा शॉल उढ़ाकर व बुके देकर किया गया । विद्यालय के संगीत शिक्षक शशि शेखर द्वारा स्वागत गीत गाया गया । श्रीमती चारु शर्मा द्वारा प्रथम दिवस की समीक्षा पढ़ी गई। शास्त्री जी ने अपने उद्बोधन में एक शिक्षक को दृढ़ संकल्प शक्ति के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया। श्री विनय सेठी ने अपने विभिन्न वक्तव्यों व प्रस्तुतीकरण के द्वारा इस कार्यशाला को और प्रभावी बना दिया। उसके पश्चात श्री विनय कांडपाल द्वारा आकलन एवं मूल्यांकन पर अत्यधिक महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की गईं। इसके पश्चात ग्रुप एक्टिविटी आयोजित की गई एवं ध्यान के पश्चात द्वितीय दिवस की कार्यशाला पूर्ण हुई । तृतीय दिवस की कार्यशाला का प्रारंभ भी इसी क्रम में हुआ जिसके प्रारंभ में श्री अंकुर शंखधर जी ने एम.सी.बी.ई.के आलोक में नैतिकता और सत्य निष्ठा के विषय में जानकारी प्रदान की इसके पश्चात श्रीमती सुमन तनेजा ने हैप्पी क्लासरूम टिप्स बताए ।श्री खिमेश चंद्र भट्ट ने सूचना प्रौद्योगिकी पर शिक्षकों को अद्यतन कराया जो कि अत्यंत प्रभावशाली था। इसके पश्चात महर्षि संस्थान के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए शिक्षक शिक्षिकाओं ने समूह प्रस्तुतीकरण किया व अपने अपने विचार प्रस्तुत किए ।उसके पश्चात प्राचार्य महोदय द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण -पत्र प्रदान किए गए और इस प्रकार सायं कालीन ध्यान के पश्चात इस त्रिदिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ।