जागृति वीमेन कॉन्फ्रेंस रुड़की ने स्कूल में आयोजित किया अंतरिम बजट पर अतिथि व्याख्यान
अंशु वर्मा
रूड़की। 1 अप्रैल 2024 को जागृति वीमेन कॉन्फ्रेंस रुड़की उप शाखा से अध्यक्षा श्रीमती उर्मिला पुंडीर के निर्देशन व सचिव डॉ भारती शर्मा के समायोजन में शिवालिक पब्लिक स्कूल ढढरे में जागरूकता कार्यक्रम के तहत अंतरिम बजट पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। अतिथि व्याख्याता के रूप में मिस शिल्पा, प्रवक्ता, अर्थशास्त्र विभाग, एस डी गर्ल्स पी जी कॉलेज रुड़की ने छात्र व छात्राओ को संबोधित करते हुए कहा कि आम चुनाव दस्तक दे रहा है। इसके बावजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024-25 में लोकलुभावन वादों से पूरा परहेज किया। कोई बड़ी घोषणा नही की जिसका मतदाताओं पर सीधा असर पड़े। उनका पूरा जोर मोदी सरकार के दस वर्षों के कार्यकाल की आर्थिक उपलब्धियों को गिनाने के साथ वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र की पंक्ति में खड़ा करने के भावी एजेंडे को पेश करना है। उन्होंने ढांचागत व्यवस्था में ज्यादा पैसे खर्च कर देश की आर्थिक विकास दर की रफ्तार तेज करने के अपने आजमाए नुस्खे को और आगे बढ़ाया है। पिछले पांच बजटों को ही आगे बढ़ाने पर फोकस, आर्थिक विकास की रफ्तार तेज करने का भरोसा, आर्थिक कुप्रबंधन पर एक श्वेत पत्र लाने का एलान, विकसित भारत का सपना, वर्ष 2024-25 में आर्थिक विकास दर 7 फीसद, बजट की अन्य प्रमुख बातें पर चर्चा की। ये भी बताया गया की इस बजट का आम जनता पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? अध्यक्षा श्रीमती उर्मिला पुंडीर जी ने बताया कि बजट की प्राथमिकताओं में महिलाओं, युवाओं और किसानों पर ध्यान केंद्रित किया गया है ।
जागृति सचिव डॉ० भारती शर्मा ने कहा कि यह बजट सर्व-समावेशी विकास के साथ-साथ विश्व गुरु के सोपान की ओर लौटते हुए वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' की परिकल्पना का शंखनाद है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष डॉ अर्चना चौहान ने विद्यार्थियों को साधारण भाषा में बजट को जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारने चाहिए कहावत के माध्यम से समझाने का प्रयास किया
इस अवसर पर जागृति यूथ ब्रिगेड से कुमारी निशु नामदेव भी उपस्थित रही। कुल 150 छात्र व छात्राओं ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।