मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में नूतन छात्राओं और अभिभावकों को वैदिक मंत्रों के साथ दिये गए दिशा-निर्देश
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी इंटरनेशनल स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां न केवल शैक्षिक गुणवत्ता को महत्व दिया जाता है, बल्कि छात्रों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को समझाने और समाहित करने का भी प्रयास किया जाता है। छात्रों और अभिभावकों को वैदिक मंत्रों के साथ दिशा-निर्देश देने का उद्देश्य, उन्हें अपनी आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में संतुलन और उत्तम दिशा प्रदान करना है। वैदिक मंत्रों का महत्व ही जीवन सार है, क्योंकि ये आध्यात्मिक संस्कृति का मूल अंग हैं और हमें सम्पूर्णता और शांति के साथ जीने की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में नूतन छात्राओं को और उनके अभिभावकों के साथ विद्यालय की सांस्कृतिक परम्पराओं का परिचय करवाया जाता है। छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए विषय विशेज्ञों द्वारा मार्गदर्शन किया जाता है । विद्यालय की विशेषता यह है कि प्राचीन मूल्यों के साथ और भारतीय संस्कारों को लेकर आधुनिकता का निर्माण किया जाता है। जिसके फलस्वरूप भविष्य में आदर्श नागरिक का निर्माण हो सके। इसी परम्परा के अनुरूप वैदिक मंत्रों का उपयोग छात्रों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने में मदद कर सकता है। ये मंत्र छात्रों को अपने मन को शांत करने, अच्छे नैतिक मूल्यों को समझने, और स्वास्थ्य पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके साथ ही, वे अभिभावकों को भी बेहतर संबंधों को स्थापित करने और परिवार के अंतर्निहित दुःखों और संघर्षों को पार करने में मदद कर सकते हैं। इस संदर्भ में, मसूरी इंटरनेशनल स्कूल द्वारा छात्रों और अभिभावकों को आध्यात्मिकता के साथ -साथ वैज्ञानिक विचारों से भी अवगत करवाया जाता है। वैदिक मंत्रों के साथ दिशा-निर्देश के अंतर्गत, मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों और अभिभावकों को ये मंत्र न केवल आध्यात्मिक उन्नति में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें सम्पूर्ण और सकारात्मक व्यक्तित्व के रूप में विकसित करने में भी मदद करते हैं। इस प्रकार, छात्रों को एक समृद्ध, स्वस्थ, और सकारात्मक जीवन जीने के लिए तैयार किया जाता है।