एचईसी कॉलेज के छात्रों ने किया राष्ट्र्पति भवन एवं राष्ट्रीय संग्रहालय का शैक्षणिक भ्रमण
मानन ढिंगरा
हरिद्वार। एचईसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के कला एवं मानविकी विभाग के छात्रों को दिनांक 6 अप्रैल को दिल्ली में शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। कॉलेज के निदेशक श्री विकास गुप्ता ने छात्रों को शुभकॉमनाएं देकर कॉलेज से रवाना किया। छात्रों ने ऐतिहासिक ‘राष्ट्र्पति भवन‘ एवं प्राचीन भारत के इतिहास की बहुमुल्य धरोहरों को संजोए हुए ‘भारतीय राष्ट्रीय संग्रहालय‘ का भ्रमण किया।
राष्ट्र्पति भवन में छात्रों इस ऐतिहासिक भवन के निर्माणकाल के बारे में अनेक जानकारियों प्रदान की गयी, छात्रों को बताया गया कि स्वतंत्रता से पहले राष्ट्र्पति भवन को वायसराय हाउस कहा जाता था जिसे प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार एडवर्ड लुटियंस के अध्यक्षता में 1913 से 1929 के मध्य निर्मित किया गया। छात्र भी राष्ट्र्पति भवन के मुख्य परिसर की विशाल एवं भव्य वास्तु रचना को देखकर आश्चर्यचकित नजर आये। छात्र राष्ट्र्पति भवन के मुख्य आकर्षण अशोका हॉल एवं दरबार हॉल को देखकर मंत्रमुग्ध हो गये। छात्रों को बताया गया कि वर्तमान में 340 कक्षों से युक्त एवं 321 हैक्टेयर के विशाल क्षेत्रफल में फैले भारतीय गणराज्य की शक्ति के केन्द्रीय प्रतीक के रूप में भारत का राष्ट्र्पति भवन इटली के क्यूरीनल पैलेस के बाद सम्पूण विश्व में किसी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का दूसरा सबसे बडा निवास स्थान है। छात्रों ने ऐतिहासिक भवन की अनेक शानदान ऐसे महत्वपूर्ण स्थानों का भ्रमण किया जहॉ पर भारत के विभिन्न उच्च अधिकारियों एवं विभिन्न देशों के राष्ट्रीयाध्यक्षो से सम्बन्धित अनेक ऐतिहासिक स्मृतियों को सहेजकर रखा गया है।
इस शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से छात्रों ने भारतीय राष्ट्रीय संग्रहालय में संग्रहित की गयी अनेक दुलर्भ पुरानिधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। विभागाध्यक्ष डा0 गौरव हटवाल सहित विभाग के शिक्षक सुनीति त्यागी, डा0 राहुल सिंह, वन्दना एवं मेहुल ने इतिहास के विभिन्न कालानुक्रम की अनेक जानकारियों छात्रों के साथ साझा की।
संस्थान के चेयरमैन संदीप चौधरी ने शैक्षणिक भ्रमण की सफलता पर छात्रों को शुभकॉमनायें देते हुए कहा कि छात्रों को इस भ्रमण से छात्रों को बहुत सारी महत्वपूर्ण एतिहासिक जानकारी प्राप्त होगी।
यह सम्पूर्ण शैक्षणिक भ्रमण निदेशक विकास गुप्ता के निर्देशन में एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभागाध्यक्ष डा0 गौरव भूषण हटवाल, सुनीति त्यागी, डा0 राहुल, मेहुल, वन्दना एवं विनायक सुयाल द्वारा किया गया।