उपनल संविदा कर्मचारियों का मार्च माह का मानदेय बजट जल्द जारी करें सरकार योगेंद्र बडोनी
सचिन शर्मा
हरिद्वार। उपनल महासंघ के जिला अध्यक्ष योगेंद्र बडोनी ने प्रेस को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के समस्त विभागों के उपनल कर्मचारी 15 से 20 वर्षों से कार्यरत शोषित, पीड़ित अल्प मानदेय भोगी उपनल संविदा कर्मचारी पिछले 2-3 माह से लोकसभा निर्वाचन ड्यूटी में पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी से निर्वाचन कार्य यथा ट्रैनिंग, वेब-कास्टिंग, कंट्रोल रूम, डाटा सेंटर, वोटर आईडी से संबंधित कार्य में सफलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
लेकिन उसके बाद भी अप्रैल माह जो सबके लिए आर्थिक तौर पर बजट बनाने में सबसे कठिन दौर होता है, जिसमें बच्चों के स्कूल में प्रवेश फीस, कापी,किताब, ड्रेस , घर किराया, दुध, दवा, राशन, व अन्य आवश्यक सामग्री की नितांत आवश्यकता के लिए धन की आवश्यकता होती है, और आज अप्रैल माह के 13 तारीख बीतने के बाद भी उपनल संविदा कर्मचारियों के मार्च माह के मानदेय बजट का अता-पता नहीं है।
बहुत ही खेद का विषय है कि निर्वाचन ड्यूटी जैसे इतने महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन करने के बाद भी सरकार उपनल संविदा कर्मचारीयों के जीवन निर्वहन के लिए मिल रहे 12-15 हजार मासिक मानदेय को समय से देने के लिए इतनी गैर संवेदनशील है। लगभग 25-30 हजार कर्मचारी वाले उपनल में कोई सुनने वाला नही है ।। उपनल सिर्फ कमीशन एजेंट बनकर कर्मचारियों की सेवा समर्पण एजेंसी बन गया है,जबकि नियमित कर्मचारियों का वेतन आ गया है।