बुजुर्ग महिला के निधन के बाद परिजनों ने कराया नेत्रदान
सचिन शर्मा
हरिद्वार।
मां हर पल तुम साथ हो मेरे,मुझको यह एहसास है।
आप तो बहुत दूर हो लेकिन,तेरे नयन हमारे पास है।
उपरोक्त वाक्य श्रीमती सविता मेहता के परिवार पर चरितार्थ होते हैं,जिनके निधन के बाद उनके परिजनों द्वारा कराए गए नेत्रदान से वह आज भी संसार में जीवित हैं।
विस्तृत जानकारी देते हुए लायंस क्लब उसके देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष व नेत्रदान कार्यकर्ता गोपाल नारंग ने बताया कि गत दिवस कृष्णा नगर निवासी विनीष मेहता व मनीष मेहता की माता के निधन की सूचना पर विक्रम गुलाटी ने परिवार को नेत्रदान के लिए प्रेरित कर सहमति प्राप्त की। श्री गुलाटी के आग्रह पर एम्स हॉस्पिटल की नेत्रदान की रेस्क्यू टीम में डॉक्टर पंक्ति व बिन्दिया भाटिया ने उनके निवास पर पहुंच कर दोनों कार्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिए ।
शोक प्रकट करने पहुंचे सुभाष मेहता,बलराज गुल्हाटी, प्रहलाद ननकानी,उतम सिंह चौहान, अनिल अरोड़ा, नरेंद्र सचदेवा ने परिजनों को साधुवाद दिया। नेत्रदान महादान हरिद्वार ऋषिकेश अभियान प्रमुख रामशरण चावला के अनुसार मिशन का 325वां सफल प्रयास है जो अविरल चलता रहेगा।