सड़क न होने पर मसूरी के सात गांवों के लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोटीदार कपलानी में करीब सात गांव ने चुनाव का बहिष्कार किया है उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में काफी लंबे समय से रोड निर्माण की मांग की जा रही है परंतु वन विभाग द्वारा रोड निर्माण की अनुमति न दिए जाने के कारण गांव की रोड नहीं बन पा रही है जिस वजह से लोग काफी परेशान है। उन्होंने कहा कि गांव से लगातार पलायन हो रहा है कई लोग अपना गांव सड़क न होने के कारण छोड़कर चले गए हैं परंतु वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है इससे लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि आज लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान किया जाना है परंतु कई लोग मतदान नहीं कर रहे हैं उनका कहना है कि जब रोड ही नहीं तो वोट किस बात का दे। ग्राम प्रधान अमर देव भट्ट ने बताया कि ग्राम पंचायत मोटी धार कपलानी ग्राम पंचायत मोटी धार कपलानी में करीब 7 गांव आते हैं जिसमें सैकड़ो लोग निवास करते हैं परंतु क्षेत्र में सड़क न होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिस वजह से लोगों में भारी आक्रोश है । उन्होंने कहा कि मसराना से मोटीेदार तक 5 किलोमीटर की रोड पूर्व में प्रस्तावित है जिसको लेकर प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण के लिए वन विभाग को भेजा गया है परंतु वन विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दे रहा है जिस वजह से रोड का निर्माण नहीं हो पा रहा है। उनका कहना है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा भी इस संबंध में बैठक बुलाकर वन विभाग को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए गए थे परंतु विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे लोग काफी परेशान है। उन्होंने कहा कि लगातार रोड ना होने के कारण लोग गांव से पलायन कर रहे हैं जब गांव ही खाली हो जाएगा तो फिर रोड निर्माण का कोई फायदा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक सड़क निर्माण का कार्य को लेकर प्रशासन द्वारा ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता तो गांव के कई लोग वोट नहीं कर रहे हैं उन्होंने बताया कि मोटीदार, पटरानी, डोंग लोहड़ीगढ़ आदि गांव के लोग ने अपने मतदान का प्रयोग नहीं कर है। सुबह से मात्र पाचं लोगो ने ही अपने मत का प्रयोग किया है।
इस मौके पर ग्राम प्रधान अमरदीप भट्ट,प्रेम कोहली, पूरण कोहली,गोविंद सिंह, विक्रम, दिनेश, मस्तराम भट्ट, प्रेमलाल भट्ट, रविंद्र उनियाल आदि मौजूद थे।