मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल में हिन्दी रचनात्मक लेखन पर कार्यशाला
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
हरिद्वार। 25 अप्रैल 2024 को मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल में श्रीमती नमिता किछलु द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य बच्चों में हिन्दी भाषा के प्रति रुचि को जाग्रित कर लेखन के क्षेत्र में सफ़लता प्राप्त करना था। नमिता जी हिन्दी की शिक्षिका ,लेखिका तथा प्रसिद्ध थियेटर वाइस आर्टिस्ट हैं। उन्होने बच्चों को रचनात्मक लेखन से जुड़े मुख्य बिन्दुओं के विषय में बताकर कहा कि यह कोई आवश्यक नहीं है कि छात्रों को रचनात्मक लेखक के लिए कोई विशेष योग्यता हासिल करनी होगी।यदि आपके पास लेखन की आकांक्षा है और सृजनशीलता है तो आप रचनात्मक लेखक बन सकते हैं। लेखन इंसान की भावनाओं, विचारों आदि को व्यक्त करने का उपयुक्त साधन हैं और साथ ही उन्होंने लेखन कि मौलिकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि लेखन से हम सीमित ज्ञान कि सीमाओं लाँघ कर नए ज्ञान की ओर अग्रसर होते हैं ।और वह सब कुछ अभिव्यक्त कर पाते हैं जो हम बोल कर नहीं कर पाते हैं।अंत में सभी बच्चों को ग्रुप में बांटा गया और कई गतिविधियां भी करवायी गई। विद्यालय की उप प्रधानाचार्या डॉ. शीलू सिंह भाटिया जी ने नमिता जी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और छात्रों को अपना कीमती समय देकर उन्हें हिन्दी रचनात्मक लेखन की कार्यशाला के लिए धन्यवाद दिया।