मदरहुड विश्वविद्यालय में हर्षोंल्लास के साथ स्थापित हुई भगवान श्री गणेश की प्रतिमा
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
हरिद्वार। 07/09/24 को गणेश चत्रुर्थी के शुभ अवसर पर मदरहुड विश्वविधालय में बड़े हर्षों उल्लास के साथ भगवान श्री गणेश जी को विधि -विधान और पूजा के साथ स्थापित किया गया।
जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र व कर्नाटका में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था।गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है। सनातन शास्त्रों के अनुसार इसी दिन रिद्धि सिद्धि के दाता, विध्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। प्रत्येक शुभ और मांगलिक कार्यों में सर्वप्रथम गणेश जी को पूजा जाता हैं। गणेश जी को प्रथम पूज्य देव कहा गया है। श्री गणेश जी सुख समृद्धि दाता भी है। इनकी कृपा से परिवार पर आने वाले संकट और विध्न दूर हो जाते हैं। इस प्रतिमा का नौ दिनों तक पूजन किया जाता है। नौ दिन बाद गानों और बाजों के साथ गणेश प्रतिमा को किसी तालाब, महासागर इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है। गणेशजी को लंबोदर के नाम से भी जाना जाता है
आज विश्वविधालय कुलपति प्रो०(डॉ०) नरेंद्र शर्मा, निदेशक प्रशासन श्री दीपक शर्मा जी ने स्यंक्त रूप से भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को ढोल नगाड़ो के साथ और विश्वविधालय के छात्र छात्राओं ने नृत्य के साथ और फूलो की वर्षा करते हुए भगवान श्री गणेश जी को स्थापित किया गया। इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ अनुज शर्मा,डॉ पी के अग्रवाल,डॉ पचौरी,डॉ रवींद्र,डॉ विकास गुप्ता,श्री विपुल शर्मा,प्रदीप कौशिक आदि समस्त शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे।