गुडविल सोसाइटी की बैठक में 'युवा दिवस' पर 9 को विचार गोष्ठी का हुआ निर्णय
गुडविल सोसाइटी की बैठक में 'युवा दिवस' पर 9 को विचार गोष्ठी का हुआ निर्णय
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मनीषा सूरी/विजय कुमार बंसल
हरिद्वार। इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी आफ इंडिया (हरिद्वार चैप्टर) की एक आवश्यक बैठक वरिष्ठ समाजसेवी श्री जगदीश लाल पाहवा के रायल प्लाजा, रानीपुर मोड़ स्थित कार्यालय में हुई, जिसमें हरिद्वार चैप्टर के पुनर्गठन के साथ-साथ संस्था के आगामी कार्य-कलापों के बारे में विचार विमर्श किया गया।
हरिद्वार चैप्टर के वर्तमान सचिव व चेतना पथ के सम्पादक अरुण कुमार पाठक ने हमेशा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत् एवं सक्रिय रहने वाली संस्था इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस संस्था की स्थापना विश्व शांति, विश्व कल्याण तथा मानवता के संरक्षण व संवर्धन के उद्देश्य से की गयी थी। विश्व के अनेक देशों की इसकी शाखाएँ कार्यरत हैं। राष्ट्रीय तथा राजकीय स्तर पर जो भी कार्य यह संस्था करती है, उसका संदेश सारी दुनिया में जाता है।
उद्योगपति व समाजसेवी डा. महेन्द्र आहूजा ने कहा कि, "गुडविल सोसाइटी एक जिम्मेदार व्यक्तियों का संगठन है जिसमें राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर लगभग हर क्षेत्र के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों का सहयोग प्राप्त है। संस्था द्वारा कानून, शिक्षा, स्वास्थ्य अथवा मानव कल्याण के जिन मुद्दों पर व्यवस्थापिका व कार्यपालिका को सलाह अथवा सुझाव दिये जाये हैं, उन पर निश्चितरूप से अमल किया जाता है। इसलिये, प्रत्येक स्तर पर संस्था के सदस्यों व पदाधिकारियों की सोच व व्यवहार सार्थक, सकारात्मक तथा कल्याणकारी होना आवश्यक है।
वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने बतापा कि आगामी गुरुवार दिनांक 9 जनवरी को सायंकाल 4.00 बजे रायल प्लाजा (रानीपुर मोड़) स्थित इसी कार्यालय में इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी आफ इंडिया (हरिद्वार) चैप्टर की बैठक में हरिद्वार चैप्टर का संगठनात्मक पुनर्गठन किया जायेगा। इसी के साथ-साथ 'अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस' के मद्देनज़र 'स्वामी विवेकानन्द: एक व्यक्तित्व एक चिंतन' विषय पर एक विचार गोष्ठी (परिचर्चा) भी आयोजित की जायेगी।
बैठक में उपस्थित डा. राधिका नागरथ, डा. संगीता अग्रवाल, डा. रजनीकांत शुक्ला, विष्णु अग्रवाल, विश्वास सक्सेना, ओम प्रकाश सिंह, भूपेन्द्र कुमार गौड़, प्रदीप सैनी, अम्बरीश रस्तोगी, विनोद मित्तल, एस.एस. राणा आदि ने भी अपने विचार रखे।