हरिद्वार पुलिस के सामने ज्वेलर्स डकैती कांड का खुलासा करने की चुनौती
तेग सिंह नारंग
हरिद्वार। 1 सिंतबर को रानीपुर मोड़ स्थित अतुल गर्ग के श्रीबालाजी ज्वेलर्स शोरूम में हुई लूट के खुलासे को लेकर पुलिस प्रशासन पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। मामला सरकार के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है क्योंकि विपक्ष इसको लेकर आए दिन हरिद्वार में सड़कों पर उतर रहा है और कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।कल 12 सितंबर को इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी हरिद्वार में पदयात्रा निकालने जा रहे हैं।उधर पुलिस भी दिन-रात बदमाशों के आंकड़े जुटाने में जुटी हुई है हालांकि लुटेरे अबतक पुलिस से दूर बने हुए हैं।
दरअसल इस लूट में शामिल बदमाश बेहद शातिर लुटेरे निकले।
बदमाश करोड़ों रुपये के आभूषण लूटकर स्कूटी और बाइक से फरार हो गए थे।
पुलिस ने सीसीटीवी के जरिये वाहनों के नंबर देखने के बाद उनकी पड़ताल शुरू की तो सामने आया कि चोरी के वाहनों का इस्तेमाल बदमाशों ने डकेती में किया। बदमाशों के शंकर आश्रम पर जहां रुकने की बात सामने आई वहां भी उन्होंने अपनी कोई आईडी नहीं दी।जो फोन नंबर लिखाया वह कभी का बंद हो चुका है। इससे पता चल रहा है कि लुटेरे बेहद चालाक थे और यही वजह पुलिस के उनतक पहुंचने में आड़े आ रही है।
बदमाशों के दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में सुराग मिलने के बाद पुलिस एसटीएफ की अलग-अलग टीमों ने वहां डेरा डाल रखा है लेकिन बदमाश हाथ नहीं लग रहे हैं। पिछले 10 दिन से लगातार पुलिस की टीमें गैर राज्यों में 24 घंटे खोजबीन में जुटी हुई हैं। हालांकि पुलिस लगातार बढ़त पर है। आला-अधिकारी मानते हैं कि इस लूट का खोला जाना कानून व्यवस्था की दृष्टि से जितना जरूरी है उतना ही पुलिस के लिए भी यह एक चुनौती है जिस पर निश्चित ही उत्तराखंड पुलिस खरा उतरकर दिखाएगी।