मौहब्बत ढ़हा सकती हैं नफरतों की दीवार : मौलाना सय्यद अजहर मदनी
दिलशाद अली
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रुड़की। रुड़की के पुहाना गांव मे कौमी एकता पर आयोजित जल्से मे जमीयतुल उलेमा-ए-हिंद के सदर हजरत मौलाना सैययद अरशद मदनी के साहबजादे हजरत सैय्यद मौलाना अजहर मदनी ने कहा कि इस वक्त हिन्दुस्तान के मौजूदा सूरत-ए-हाल में ज्यादा अहम और अच्छी बात यह है कि आपस में प्यार और मौहब्बत के रिश्तों का मजबूती से मजबूत किया जाए। फिरकापरस्त ताकतों को कमजोर करने के लिए आपसी सौहार्द ही सबसे बड़ी चीज है। उन्होंने कहा कि कुछ फिरकापरस्त ताकतों ने जो नफरतों की दीवार खड़ी कर दी हैं। उन दीवारों को प्यार और मौहब्बत से ही तोड़ा जा सकता है। कहा कि जब तक प्यार मौहब्बत का दीप जलेगा तब तक हिन्दुस्तान जिन्दा रहेगा उन्होंने पांचों वक्त की नमाज पढ़ने पर जोर देते हुए कहा कि नमाज हर बुराई से रोकती है नशे के खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा कि नशे के कारण पूरा युवा वर्ग बर्बाद हो रहा है। इसे समय रहते नहीं रोका गया तो आने वाला दिन काफी खतरनाक होगा। जब हमारे युवा किसी लायक नहीं रह जाएंगे। इस मौके पर मरकज सौतूल इस्लाम पुहाना के प्रबंधक कारी अब्दुल वाजिद ने कहा कि बुराई को खत्म करने के लिए सबको आगे आना होगा। उन्होंने तालीम की अहमियत पर भी विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा बगैर शिक्षा के हम विकास की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। आज शिक्षा विकास का रास्ता हमवार करने में अहम भूमिका निभाती है। इस अवसर पर अलावा दर्जनों उलमाओं ने जलसे को खिताब किया। सभी उलेमाओं ने सामाजिक कुरीति नशा, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ बातें रखी। सामाजिक कुरीति से समाज खोखला करती रहती है। सभी ने तालीम की अहमियत पर रोशनी डाली। सभी ने तालीम को तरक्की का हथियार बनाने को कहां इस मौके पर मुफ्ती अली,मौलाना अब्दुस समद,कारी जावेद आलम कासमी,शायर दिलशाद जख्मी,मौलाना आफताब आलम कारी शहजाद आलम,महकसिंह, अभिषेक राकेश, नय्यर काजमी, शमीम साबरी, प्रवेज सुलतान आदि लोग मौजूद रहे।