डामरीकरण और सड़क की मरम्मत की मांग
गौरी अग्रवाल
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
रुद्रप्रयाग। बड़मा क्षेत्र में भारी बारिश के चलते तिमली-किरोडा तल्ला मोटरमार्ग जानलेवा बना हुआ है। इस मार्ग पर स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं।
लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित करीब पांच किमी तिमली-किरोडा तल्ला सड़क हादसे को निमंत्रण दे रही है। करीब आठ वर्ष पूर्व यह सड़क बनकर तैयार हुई थी। जिस पर आज तक डामरीकरण नहीं हो पाया है। बरसात होने पर सड़क बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो जाती है। ऐसे में हर समय हादसे का खतरा बना रहता है।
स्थानीय निवासी विजय रावत, सतेंद्र रावत, अनिल बुटोला, राजेन्द्र रावत, आशीष रावत, भगवान सिंह कठैत का कहना है कि इस सड़क से नेरा, बष्टा, मरोड़ा, किरोडा, उत्तरसू आदि गांवों के लिए लोग आवाजाही करते हैं। सबसे बड़ी समस्या तब होती है, जब किसी बीमार के लिए एम्बुलेंस बुलानी पड़ती है। सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि एम्बुलेंस भी बमुश्किल ही इस मार्ग पर चल पाती है। कभी भी इस मार्ग पर बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार विभागीय अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को जल्द सड़क की की हालत सुधारनी चाहिए और जल्द डामरीकरण का कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क पर किसी भी तरह का हादसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की मानी जायेगी। कोरोना के कारण गांवों में लोग बीमार हैं। स्थिति यह है कि उन्हें अस्पताल पहुँचाने में भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि लोनिवि सिर्फ खानापूर्ति के लिए जेसीबी भेज देती है, लेकिन सड़क की हालत में कोई सुधार नहीँ होता।