जब सरकार के आदेश मानता है हर व्यवसाई, तो व्यवसाई का निवेदन क्यों नहीं मानती सरकार ? - अनिल केशवानी
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मनोज ननकानी /विपुल सकलानी
हरिद्वार - मध्य हरिद्वार श्रवण नाथ नगर के होटल व्यवसाई अनिल केशवानी ने कहा है की उत्तराखंड सरकार के आदेश पर हम सभी व्यवसायियों ने लॉकडाउन लगाकर उनकी आज्ञा का पालन किया क्योंकि सरकार को हम सभी की जान माल का नुकसान होने की चिंता थी, परंतु अब बीमारी कुछ कम होने पर है तो पिछले डेढ़ साल से लॉकडाउन की वजह से आर्थिक संकट का सामना कर रहे व्यापारियों की भी चिंता सरकार को करनी चाहिए और जैसे उनकी आज्ञा का पालन हर व्यवसाई ने किया उसी तरह से व्यापारी का आग्रह भी सरकार को स्वीकार करना चाहिए उन्होंने कहा की सरकार को कम से कम 1 साल का गृहकर, बिजली बिल, पानी बिल आदि करों में छूट देकर राहत देने का कार्य करना चाहिए क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार इस समय बड़ी आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं इन परिवारों में कईयों ने अपने बच्चों की फीस और घर का खर्चा चलाने के लिए अपने जेवर और जमीने तक गिरवी रख दी है, हालांकि सरकार अपने हित के सभी कार्यों को निरंतर कर रही है, लेकिन इन बातों में सरकार को हमारा ख्याल रखना चाहिए उन्होंने चार धाम यात्रा को देश के सभी नागरिकों के लिए कोविड गाइडलाइन के अनुसार शीघ्र आरंभ करने का भी आग्रह किया, उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में सभी प्रकार के पर्यटन वाहन आधी क्षमता के यात्रियों के साथ चालू कर दिए गए हैं और देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटक हिमाचल की ओर बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड सरकार को भी चाहिए कि वह जल्दी चार धाम की यात्रा सभी तीर्थ यात्रियों के लिए आरंभ करे ताकि कई महीनों से लुटा पिटा हरिद्वार का व्यवसाई कुछ राहत की सांस ले पाए उन्होंने कहा हरिद्वार के व्यापारी हर तरह से सरकार को जगाने का कार्य कर चुके हैं क्या सरकार तब जागेगी जब यहां के व्यापारी स्वयं परिवार की रक्षा करने में असमर्थ होने पर अपने प्राणों की आहुति देने के लिए मजबूर हो जाएंगे ?