मसूरी में अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली
मसूरी में अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
सुनील सोनकर
मसूरी।पहाड़ों की रानी मसूरी में अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर मसूरी में ऑल मसूरी वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति ने छात्रों के सहयोग से रैली निकाली. जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही मसूरी सनातन धर्म इंटर कालेज और मसूरी गर्ल्स इंटर कॉलेज के छात्रों ने मसूरी तिलक मेमोरियल लाइब्रेरी कुलड़ी से मालरोड, इंद्रमणि बडोनी चौक, शहीद स्थल होते हुए गांधी चौक तक रैली निकाली वह सभीलोगो से वरिश्ठ नागरिकों का सम्मान करने की अपील की। इस दौरान समाज में वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करने और उनके अनुभवों को लाभ उठाने का आह्वान किया गया. वहीं, लोगों से वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करने का आह्वान किया गया.मसूरी वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के महामंत्री नरेंद्र साहनी और रिटायर आईएएस एएस खुल्लर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वरिष्ठ नागरिकों को बहुत सम्मान दिया गया है. आज भी जो लोग संस्कारी हैं, वे अपने बुजुर्गों का सम्मान करते हैं. वरिष्ठ नागरिक हमारी धरोहर हैं. उनका सम्मान करना प्रत्येक परिवार और शहरवासी का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि बिना बजुर्गों के सम्मान के समाज आगे नहीं बढ़ सकता. आज पाश्चात्य संस्कृति के हावी हो गई है. जिसके कारण वरिष्ठ नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनका अनुभव देश को नई दिशा देने और आगे बढ़ाने में काम आ सकता है. उनके अनुभवों का लाभ लेकर समाज और देश के विकास में सहयोग करें। उन्होने कहा कि वर्तमान में बुजुर्गों के साथ उनके बच्चे ही अत्याचार कर रहे हैं. कई बुजुर्गों को घरों से निकाल कर बुजुर्ग आश्रम में डाल दिया गया है, जो चिंतनीय और निंदनीय है. उन्होंने सरकार से बुजुर्गों की देखरेख के साथ उनकी सुरक्षा के लिए बने कानून का सख्ती से पालन कराए जाने का आग्रह किया। उन्होने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा व देखरेख को लेकर सरकार द्वारा कडे कानून बनाये गए है। जिसकी मूल भावना है कि वरिष्ठ नागरिकों को समाज में सम्मान पाने, जीने व सुरक्षित रहने का अधिकार है। तथा उनका उत्पीड़न न हो उनके साथ घरेलू हिंसा न हो। उन्होंने कहा कि हिंसा व उत्पीड़न सहने की जरूरत नहीं है उसके लिए कानून बने हैं व सजा का प्रावधान भी है व संपत्ति से बेदखल करने का अधिकार भी है। इस मौके पर अवतार कुकरेजा, आरएस मूर्ति, केपी नौटियाल, अवतार कुकरेजा सहित वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।