कृषि भूमि पर लगाए जाने वाले स्टोन क्रेशर का ग्रामीणों ने किया विरोध
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
विनोद धीमान
लक्सर : लक्सर कोतवाली अंतर्गत पुलिस चौकी सुल्तानपुर के गांव टांडा महतोंली में दून स्टोन क्रेशर लगने के विरोध में सैकड़ों गांव वासियों ने जिलाधिकारी को अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए टांडा महतोंली की उपजाऊ भूमि पर इस प्रस्तावित स्टोन क्रेशर को न लगाने के लिए अपनी आपत्तियां दर्ज कराई है।
' बड़ा अखाड़ा उदासीन टांडा महतोली के मुकामी महंत प्रेमदास महाराज ने महतोली में लगने वाले दून स्टोन क्रेशर के विरोध में आवाज उठाते हुए कहा कि यह स्टोन क्रेशर आबादी क्षेत्र के पास लग रहा है और उपजाऊ खेती भूमि पर प्रस्तावित है जो गांव वासियों के लिए खतरा बन जाएगा। उन्होंने शासन-प्रशासन से इस स्टोन क्रेशर का विरोध करते हुए जिलाधिकारी को अपना आपत्ति पत्र जिस पर सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं प्रेषित किया है।इस आपत्ति-पत्र में ग्राम वासियों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि शासन-प्रशासन की और से समाचार पत्र में छपे विज्ञापन के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि हमारे गांव में स्टोन क्रेशर लगने जा रहा है। प्रस्तावित स्टोन क्रेशर लगाने वाले लोगों ने यह विज्ञापन बिना प्रसार वाले लोकल अखबार में छपवा कर इतिश्री कर दी जिससे गांव वालों को भ्रमित किया जा सके।
'उन्होंने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में तथ्यों के आधार पर प्रमाणिकता के साथ विरोध किया और स्टोन क्रेशर ना लगाने के कारण भी शासन-प्रशासन को बताएं, उन्होंने कहा कि स्टोन क्रेशर लगाने वालों ने उपजाऊ कृषि भूमि को इस कार्य के लिए चुना है जो सरासर गलत है, इससे जहां किसानों की उपजाऊ भूमि बर्बाद होगी, वही स्टोन क्रेशर से निकलने वाली धूल गांव वालों और पशुओं दोनों के स्वास्थ्य पर हानिकारक असर डालेगी। गांव वालों का यह भी कहना है कि जिस भूमि पर स्टोन क्रेशर लग रहा है वहां से हमारे पालतू जानवरों का चारा आता है,स्टोन क्रेशर लगने के पश्चात उस क्षेत्र में धूल मिट्टी बैठेगी जो पशुओं के लिए भी हानिकारक साबित होगी।
'अब देखना होगा कि शासन-प्रशासन इस विषय में क्या करता है,गांव वालों ने स्टोन क्रेशर लगाने वालों की राजनीतिक लोगों से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी कुछ भी कर सकती है,वह इस कार्य में संरक्षण दे रही है।