कवयित्री पूजा अरोरा जी ने दिया ,अपनी कविताओं के माध्यम से दिया कौमीएकता का संदेश
दीपक चौहान
रुड़की: ऑल इंडिया मुशायरा" जो कि रहमत अली जी के आयोजन में रुड़की में संपन्न हुआ,जिसमे देश के जाने माने कवि कवियित्रियों ने शिरकत की , एक ऐसा मुशायरा जो कि कौमी एकता का जीवंत उदाहरण रहा,उसमें हरिद्वार की पेशे से शिक्षिका व कवयित्री पूजा अरोरा जी ने अपने शब्दों से "जो मन हैं सदा बसता मेरी वो शान तिरंगा हैं" पंक्तियों से कार्यक्रम का आगाज़ किया हैं , 'रुड़की ऑल इंडिया मुशायरा' 'एक शाम अमन का पैग़ाम हिंदी- उर्दू संगम 'जिसकी निजा़मत जनाब सिकंदर हयात 'गड़बड़' साहब और मोहतरमा ख़ुशबू रामपुरी साहिबा ने की, बहुत सुकून देता है वह नज़ारा जब सबकी जुबां पर 'हिंदुस्तान ज़िंदाबाद' होता हैं , जिसमें एक से बढ़कर एक शायर मौजूद थे, हमारे शहर हरिद्वार से "पूजा अरोरा" जी को बहुत प्यार और तवज्जो से सुना गया।