धर्म की अलख जगाते हुए भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाएंगा नौमी डेरा धाम : मोहन भारती महाराज
धर्म की अलख जगाते हुए भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाएंगा नौमी डेरा धाम : मोहन भारती महाराज
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शिव प्रकाश शिव
हरिद्वार । कांगड़ी में नौमी डेरा धाम के लोकार्पण के अवसर पर बोलते हुए जूना अखाड़ा हिसार के सचिव परम पूज्य मोहन भारती महाराज ने कहा कि नौमी डेरा भिवानी शुरू से ही तपस्वी साधु-संतों की तपोस्थली रहा है उसी की शाखा संत नगरी कांगड़ी में नौमी डेरा धाम के नाम से आज लोकार्पण हुआ है नौमी डेरा भिवानी हरियाणा के ब्रह्मलीन परम पूज्य गुरुदेव संत श्री 1008 दयाचंद दास जी महाराज ज्ञान का एक विशाल सूर्य थे उन्होंने कठोर तपस्या जगत को कल्याण का मार्ग दिखाया नौमी डेरा भिवानी हरियाणा शुरू से ही तपस्वी साधु-संतों की तपोस्थली रहा है उसी की शाखा संत नगरी कांगड़ी में नौमी डेरा धाम के नाम से आज आप लोगों के बीच लोकार्पण हो रहा है ब्रह्मलीन संत 1008 परम पूज्य श्री दयाचंद दास जी महाराज ने सदैव सनातन धर्म की परंपरा को और मजबूत करने का कार्य किया जगत को कल्याण का मार्ग दिखाया इस अवसर पर कांगड़ी स्थित नवनिर्मित नौमी डेरा धाम के श्री महंत परम पूज्य श्री रामवीर दास जी महाराज भी एक तपस्वी विद्वान संत है जिन्होंने लगातार 20 वर्ष तक कठोर तपस्या कर धूनी रमाई तथा भक्तजनों को ज्ञान के साथ-साथ सद मार्ग दिखाया इस अवसर पर बोलते हुए जूना अखाड़े के पूर्व सचिव श्री महंत परम पूज्य स्वामी देवानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा संत का जीवन तपस्या तथा लोक कल्याण के लिए समर्पित होता है नवनिर्मित आश्रम के श्री महंत परम पूज्य श्री रामवीर दास जी महाराज विश्व में सनातन धर्म की परंपरा को और परगढ़ और मजबूत करते हुए भक्तजनों को कल्याण का मार्ग दिखाएंगे इस अवसर पर नौमी डेरा धाम के श्री महंत परम पूज्य रामवीर दास जी महाराज ने अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा परम पूज्य गुरुदेव एक तपस्वी संत थे ज्ञान का एक विशाल सूर्य थे उनका तपोबल आज भी कृपा के रूम में आश्रम में और भक्तजनों में विद्यमान है उन्होंने अपने ज्ञान और तपोबल के प्रभाव से जगत कल्याणकारी अनेकों कार्य किए इस अवसर पर अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए श्री महंत साध्वी परम पूज्य गीता मनीषी डॉ राधा गिरी जी महाराज ने कहा पावन नगरी हरिद्वार की पावन धरा पर बने मठ मंदिर आश्रम अखाड़े संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म की परंपरा का उपदेश देते हुए संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म की परंपरा को और अधिक प्रगढ़ और मजबूत करते हैं विश्व को ज्ञान का संदेश देते हैं आने वाले समय में भारत एक बार फिर विश्व में अपनी धाक कायम करते हुए पुनः विश्व गुरु बनेगा इस अवसर पर जूना अखाड़े के पूर्व सचिव परम पूज्य स्वामी देवानंद सरस्वती जी महाराज साध्वी शालू मां परम पूज्य मंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि जी महाराज देवेंद्र स्वामी पुर्तगाली जी महाराज श्री सतपाल ब्रह्मचारी जी महाराज श्रीधर महाराज स्वामी बक्त भूषण जी महाराज गोविंद दास जी महाराज साध्वी प्राची देवी जी वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण जी महाराज दयानंद सरस्वती जी महाराज प्रेमानंद शास्त्री जी महाराज स्वामी कमलेश आनंद जी महाराज पूर्व चेयरमैन परवीन कोच सापला श्री संदीप ठेकेदार श्री रवि कांत मलिक जी सहित सैकड़ों संत व भक्तजन भारी संख्या में उपस्थित थे