राइंका म्याणी में विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रजापति नौटियाल द्वारा एक सराहनीय कदम
विरेन्द्र वर्मा
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
टिहरी /टिहरी गढ़वाल जनपद अपने ऐतिहासिक सांस्कृतिक महत्त्व के लिए हमेशा जाना जाता है। एक तरफ जहाँ अधिकांश क्षेत्रों में सरकारी विद्यालय बंद होने की कगार पर है।वहीं दूसरी ओर विद्यालय की बढ़ती छात्र संख्या देखकर आँखो में खुशी झलकती है। आज हम बात करते है ऐसे ही टिहरी जनपद का सुदूर इलाके जौनपुर विकासखण्ड के राजकीय इंटर कॉलेज में म्याणी की जहाँ पर हमारे प्रधान टाइम्स के संवाददाता विरेन्द्र वर्मा ने विद्यालय में जाकर अध्यापकों के साथ-साथ छात्र छात्राओं से बातचीत की जहाँ पर उन्होंने देखा कि वर्तमान में 450 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है, विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य प्रजापति नौटियाल के अथक प्रयासों से विद्यालय में पठन-पाठन के साथ-साथ संसाधनों को भी दिन-प्रतिदिन वृद्वि के लिए प्रयास जारी है। इस कार्य में समस्त शिक्षकों एवं अभिभावक संघ भी उनका लगातार सहयोग कर रहे हैं। यूं तो विद्यालय में अभी कई संसाधनों की कमी है फिर भी विद्यालय में अध्यापकों द्वारा छात्र छात्राओं को कम संसाधनों में बेहतर वातावरण एवं पठन-पाठन का माहौल दिया जा रहा है। विद्यालय के परिवेश को सुंदर एवं आकर्षण बनाने के लिए चारदीवारी पर प्रधानाचार्य के अथक प्रयासों से सौन्दर्यीकरण किया गया है जिससे विद्यालय की सुंदरता और बढ़ जाती है। विद्यालय में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु पर्याप्त मात्रा में खेल सामग्री को जोड़ा गया जिसमें छात्र-छात्राएं वॉलीबॉल, कैरम बोर्ड, टेबल टेनिस, आदि अनेक खेलों के प्रति बड़े उत्साहित है। इसके साथ-साथ विद्यालय में आनन्दम् कार्यक्रम के तहत योगा एवं प्रणायाम् की कक्षाएं भी संचालित की जाती है। विद्यालय में प्रयासों से राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, स्काउट गाइड, इको क्लब गठित किए गए हैं। जिसमें समय-समय पर छात्र-छात्राओ एवं प्रभारी दयाल सिंह बिष्ट द्वारा गाँव गाँव में विशेष शिविर के द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते है।जिसमें समय-समय पर ग्रामीणों को जागरूक भी किया जाता है। इको क्लब द्वारा वृक्षारोपण स्वच्छता कार्यक्रम को भी महत्व दिया जाता है। विद्यालय में पूरे जनपद का एकमात्र अंतरिक्ष लैब स्थापित है जो जनपद के मात्र 2 विद्यालयों को ही प्राप्त है इसके साथ-साथ विद्यालय में एक वाटिका द्वारा साग सब्जी उगाने का भी छात्र छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाता है। विद्यालय में कंप्यूटर लैब को भी विकसित एवं उपयोगी बनाया गया है जिसमें छात्र-छात्राएं समय-समय पर इसका प्रशिक्षण भी ले रहे हैं। साथ ही विभिन्न स्लोगनो, चित्रों एवं वॉल पेंटिंग व लेखन द्वारा विद्यालय की चार दिवारों को सजाया गया है, जिससे विद्यालय और आकर्षित दिखता है।विद्यालय के प्रधानाचार्य के प्रयास से आगामी समय में जो संसाधन कम है उनको लेकर चिंता जारी है और उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है वर्तमान में कोविड-19 को लेकर एसओपी के अनुसार दो पारियों में विद्यालय संचालित हो रहा है।वैकल्पिक अकादामिक कैलेंडर के अनुसार पठन-पाठन में संचालित किया जा रहा है। पूर्व में विद्यालय की छात्राओं को 45 दिवसीय आर्ट एवं क्राफ्ट का प्रशिक्षण भी दिया गया ,जिसमें उन्हें अनेक प्रकार की सजावटी वस्तुएं सिखाई गई,जिससे वहभविष्य में आत्मनिर्भर बन सकें। बालिका शिक्षा को बढ़ाने हेतु समय-समय पर बालिका अभिप्रेरण कार्यक्रम आयोजित भी किए जाते है। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग मिलता है। इस प्रकार सुदूर क्षेत्र में अपने विषय को पढ़ाने के अलावा विद्यालय व्यवस्था को भी सफल संचालित कर छात्र हितों के लिए लगातार प्रयासरत रहना प्रधानाचार्य द्वारा एक सराहनीय कदम है। विद्यालय को साधन संपन्न बनाया एवं पठन-पाठन को सुचारू रूप से चलाना प्रधानाचार्य का मुख्य उद्देश्य है। विद्यालय का हमेशा परीक्षा फल भी बेहतर रहता है। यहाँ के छात्र-छात्राएं प्रदेश भर में खेल प्रतियोगिता मे भी लगातार प्रतिभाग करते रहते हैं। प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर रहते हुए प्रजापति नौटियाल ने छात्र छात्राओं के सामान्य ज्ञान में वृद्धि हेतु नई टिहरी नामक पुस्तक का प्रकाशन किया है जिसमें लगभग 1000 प्रतियां निशुल्क छात्र-छात्राओं के साथ क्षेत्र में वितरित की है। साथ ही कुछ प्रतियां मुख्य शिक्षा अधिकारी को भी वितरण हेतु भेंट की है। विद्यालय में छात्र-छात्राओं को समय-समय पर निशुल्क पुस्तकें एवं सामान्य ज्ञान की पुस्तकें बांटने का भी कार्य निरंतर करते रहते है जो एक सराहनीय कदम है।