पंचायती राज दिवस पर हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज में आयोजित हुई निबंध प्रतियोगिता
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
हरिद्वार। 24 अप्रैल 2024 को हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज रायसी हरिद्वार के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के उपलक्ष में एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। निबंध प्रतियोगिता का शीर्षक "भारत में पंचायती राज" रखा गया। निबंध प्रतियोगिता का प्रारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राजेश चंद्र पालीवाल ने किया। प्रोफेसर पालीवाल ने निबंध प्रतियोगिता का प्रारंभ करते हुए कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जिसकी जड़ों में लोकतंत्र बसा हुआ है। भारत में लोकतंत्र जमीनी स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है जिसमें सबसे मुख्य भूमिका पंचायती राज की है हालांकि भारत में पंचायती राज का प्रारंभ 2 अक्टूबर 1952 को राजस्थान के नागौर जिले में किया गया जिसे सामुदायिक विकास कार्यक्रम का नाम दिया गया था। हालांकि बाद के वर्षों में अशोक मेहता एवं बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिश के आधार पर 73 वा एवं 74 वा संविधान संशोधन करने के पश्चात भारत में पूर्ण रूप से पंचायती राज की शुरुआत हुई लेकिन इसके पूर्व भारतीय साहित्य का अध्ययन करने पर पता चलता है कि भारत में निचले स्तर पर लोकतंत्र महाभारत एवं रामायण कालीन साम्राज्य में भी रहा है। वैदिक कालीन एवं गुप्तकालीन जैसे राजवंशों के समय भी पंचायती राज के लक्षण देखने को मिलते हैं उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए भविष्य में आगे बढ़ाने के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल द्वारा प्रथम स्थान कुमारी साक्षी एम. ए. द्वितीय सत्र, द्वितीय स्थान आरजू भारद्वाज एम. ए. द्वितीय सत्र एवं तृतीय स्थान पार्थि सैनी एम. ए. चतुर्थ सत्र को प्रदान किया गया। निर्णायक मंडल में डॉक्टर सुरजीत कौर डॉक्टर निशा पाल एवं डॉ वर्षा अग्रवाल रही।
इस कार्यक्रम का संयोजन राजनीति विज्ञान विभाग के डॉक्टर विनीत एवं डॉ मनोज कुमार के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉक्टर अजीत कुमार राव डॉ प्रीति डॉ विक्रम सिंह डॉ प्रशांत कुमार डॉ राहुल कौशिक डॉक्टर मीनू सैनी डॉ अतुल कुमार दुबे गुलिस्तान भारती राहुल कुमार रिया रिचा रईस अनिल कुमार सुकेंदर सूरज कुमार नितिन आदि उपस्थित रहे।