जौनपुर में एक बार फिर तेज ओलावृष्टि होने के कारण नगदी फसलों को भारी नुकसान,किसान मायूस
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
विरेन्द्र वर्मा
कैम्पटी /उत्तराखण्ड में आज फिर शाम के समय मौसम ने करवट बदली जिसमें भारी ओलावृष्टि के साथ किसानों की नगदी फसल क्षतिग्रस्त हो गई। आपको बता दें कि टिहरी जनपद के विकासखण्ड जौनपुर के अंतर्गत नैनबाग क्षेत्र के
घराड़ा, खास कोटी, सैदूल, नकोट, श्रीकोट, बसाण गाँव, बिनाऊ,ऐंदी, थत्यूड़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत दवाली के बान्दणी, बाटा की धार तोक, बिड़कोट, ग्राम सभा थापला, अलमस, रौतू बेली, धनोल्टी, बटवालधार,आदि के साथ साथ अनेक स्थानों पर तेज ओलावृष्टि होने के कारण नगदी फसलें क्षतिग्रस्त हो गई है।किसानों पर मौसम का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।एक बार फिर तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है।इससे काश्तकारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। आपको बता दें कि इस वर्ष पहले ही सूखे पड़ने के कारण गेहूँ,मटर सहित अनेक फसलें बर्बाद हो गई थी साथ ही अत्यधिक ओलावृष्टि के कारण आलू ,मटर, गोभी, खुमानी, सेब,आडू, पूलम, आम सहित अनेक नगदी फसलें बर्बाद हो गई है। जिससे ग्राम पंचायत दवाली के गुड्डू लाल, ग्राम पंचायत बिनाऊ के प्रधान सुरेश रावत,ग्राम प्रधान थापला बबीता सजवाण ग्राम प्रधान अलमस रीना लेखवार ने हमारे संवादाता विरेन्द्र वर्मा को फोन वार्ता पर बताया कि अत्यधिक ओलावृष्टि होने के कारण फसलें बर्बाद हो चुकी है। साथ ही बताया कि करो ना कॉल के दौरान पिछले वर्ष अनेक प्रवासी अपने घर लौट आए थे जिनमें से अधिकांश लोगों ने सब्जी के साथ साथ फलदार पौधों को भी लगाया था लेकिन अत्यधिक ओलावृष्टि होने के कारण सभी नगदी फसलें बर्बाद हो चुकी है।जिसको लेकर किसान भारी चिंतित है। साथ ही किसान मोर्चा नैनबाग मंडल के अध्यक्ष बलवीर राणा ने बताया कि कल और आज भारी ओलावृष्टि होने के कारण नगदी फसलें बर्बाद हो गई है जिसको लेकर सरकार से मुआयना करवाकर किसानों को उचित मुआवजा मिल सके।