"महिला सशक्तिकरण" को मजबूत करने को ठोस नीति जरूरी - नवीन चंचल
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मनोज ननकानी
हरिद्वार - आम आदमी पार्टी नेता व समाजसेवी नवीन चंचल एडवोकेट ने "महिला सशक्तिकरण" को और अधिक बढ़ावा देने व इसे मजबूत करने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ किसी व्यक्ति की उस योग्यता से है। जिसमें वो अपने जीवन से जुड़े सभी निर्णय स्वयं ले सके। नारी क्षमता को प्रोत्साहित करते हुए ऐसे कदम उठाने की आवश्यकता है। जहाँ महिलाएँ परिवार और समाज के सभी बंधनों से मुक्त होकर अपने निर्णयों की निर्माता खुद बने। आज के आधुनिक समय में महिला सशक्तिकरण एक विशेष चर्चा का विषय है। महिला सशक्तिकरण के मायने तभी सम्भव है। जब उनके आर्थिक फैसलों, आय, संपत्ति और दूसरे वस्तुओं की उपलब्धता पर बात हों, इन सुविधाओं को पाकर ही वह अपने सामाजिक स्तर को ऊँचा कर सकती हैं। राष्ट्र के विकास में महिलाओं का महत्त्व और अधिकार के बारे में समाज में जागरुकता लाने के लिये मातृ दिवस, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आदि जैसे कार्यक्रमों को और अधिक बढ़ावा देने की आवश्यकता हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाली उन सभी अमानवीय सोच को मारना जरुरी है, जो दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, मानव तस्करी और ऐसे ही दूसरे अपने देश में उच्च स्तर की लैंगिक असमानता को पैदा करती है।
स्त्री को सृजन की शक्ति माना जाता है। इसलिए इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाना आवश्यक है। ताकि इन्हें रोजगार, शिक्षा, आर्थिक तरक्की के बराबरी के मौके मिल सके, जिससे वह सामाजिक स्वतंत्रता और तरक्की प्राप्त कर सके। यह वह तरीका है, जिसके द्वारा महिलाएँ भी पुरुषों की तरह अपनी हर आकंक्षाओं को पूरा कर सके।समाज में उनके वास्तविक अधिकार देकर इनकी भागीदारी बढ़ाना ही 'महिला सशक्तिकरण' है।