स्व. इंद्रमणि बड़ोनी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम
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पंकज राज
हरिद्वार : शिवालिक नगर के सामूदायिक केन्द्र फेस-3 में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी संघर्ष समिति ने उत्तराखण्ड के गाॅधी व उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलन के प्रणेता इन्द्रमणी बड़ोनी की 22 वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर फूलमाला व पुष्प अर्पित कर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर केन्द्रीय अध्यक्ष सतीश जोशी ने स्व. बड़ोनी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुुए कहा कि उनका जन्म-24 दिसम्बर 1924, को ग्राम-अखोडी टिहरी गढ़वाल मे हुआ था। उन्होंने आजीवन उत्तराखण्ड और उत्तराखण्ड राज्य के लिए संघर्ष करते हुये 18 अगस्त 1999 को अपने प्राणों को उत्तराखण्ड के लिए न्यौछावर कर दिया। उन्होंने समस्त आन्दोलनकारियो से स्वर्गीय बड़ोनी के पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया।
हरिनारायण जोशी ने कहा कि उन्होने खतलिंग ग्लेशियर की खोेज की थी। त्रिलोक भटट ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जैसे स्व.बड़ोनी ने उत्तराखण्ड संयुक्त संघर्ष समिति में सभी संगठनो को समाहित कराया था उसी तरह से आज सभी संगठनो को एकजुट होकर राज्य के हितो की लड़ाई के लिए आगे आना होगा।
तेज सिंह रावत ने कहा कि 1979 में यू.के.डी. उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना हुई उसके संस्थापक सदस्य रहे। गैरसैंण को राजधानी बनाने हेतु वहां वीर चन्द्र सिंह गढवाली की प्रतिमा की स्थापना की।अजब सिंह चौहान ने कहा कि अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने उन्हें उत्तराखंड के गांधी की संज्ञा दी थी। जे.पी.जोशी ने कहा कि उत्तरप्रदेश विधान सभा के वे 3 बार सदस्य रहे। पर्वतीय विकास मंत्री रहते हुए विधान सभा में पर्वतीय विकास की लम्बी चर्चा के दौरान जब उन्हे बोलने से रोका गया तब इन्होंने वहीं पर संकल्प लिया कि अब उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद ही उत्तराखण्ड की विधान सभा में कदम रखूंगा।