मन की प्रसन्नता से होती हैं सारी बाधाएं दूर--आचार्य ममगांई
मन की प्रसन्नता से होती हैं सारी बाधाएं दूर--आचार्य ममगांई
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। विकासखण्ड जखोली के कण्डवाल गांव बुढ़ना में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण का भण्डारे के साथ समापन हो गया है। समाज सेवी देवेन्द्र नैथानी की पुण्य स्मृति में आयोजित भागवत कथा के समापन दिवस पर प्रसिद्ध कथावाचक ज्योतिष्पीठ व्यास पीठ से अल॔कृत आचार्य शिवप्रसाद ममगांई ने कहा कि जीवन में प्रसन्नता रखने के लिए ब्रह्म को भी अपना बनाना एक मार्ग है। आचार्य ने कहा कि प्रसन्नता दुनिया का सर्वश्रेष्ठ रसायन है,जो इस रसायन का निरन्तर सेवन करता है वह अनेक बाधाओं व कठिनाइयों को सहजता से पार कर लेता है। उन्होंने कहा है कि जैसे सूर्योदय के होते ही अंधेरा दूर हो जाता है,वैसे ही मन की प्रसन्नता से सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। अतः जीवन में कभी प्रसन्नता का दामन नहीं छोड़ना चाहिए। आचार्य ममगांई ने कहा है कि वास्तव में प्रसन्नता है,तो जीवन है और जीवन का उजाला है। कहा कि जीवन में जब विपदाओं के तूफान उठें,मन घबराए,हौसला पस्त होने लगे तो प्रसन्नता का संतुलन बनाने का अभ्यास करना चाहिए,प्रसन्नता को अपने जीवन की संजीवनी समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां हमारे बस में नहीं हैं,लेकिन खुश रहना हमारे हाथ में है। कहा जैसे दुख,तकलीफ व पीड़ा अनुभव होती है,वैसे ही खुशियां दिखाई नहीं देती,केवल अनुभव व महसूस की जा सकती हैं। समापन अवसर पर ब्लाक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल,पूर्व सभासद संजय रावत,रूक्मणी नैथानी,जितेंद्र नैथानी,अनेन्द्र नैथानी,प्रधान आरती नैथानी,पार्वती नैथानी,भाजपा जिला उपाध्यक्ष व क्षेपंस भुपेन्द्र भण्डारी,भगवती सती,आचार्य जनार्दन नैथानी,आचार्य गीता राम नैथानी,विनय नैथानी,अनिल नैथानी,सतीश नैथानी,सुनील शुक्ला,आचार्य सन्दीप बहुगुणा,आचार्य सूरज पाठक,आचार्य राम प्रसाद ममगांई,आचार्य हिमांशु मैठानी,आचार्य जितेंद्र ममगांई,अनिल चमोली,भानु प्रसाद नैथानी,केदार दत्त डंगवाल,देवेन्द्र प्रसाद सेमवाल,विरेन्द्र बडोनी,बुद्धि राम कौठारी,प्रदीप गैरोला,गणेश डंगवाल,अखलेश,लोकश,रुद्राक्ष, देवांशी,शिवांशी,सुरेन्द्र सेमवाल, वीरेन्द्र सिंह नेगी,गणेश डंगवाल,रावल बसंत सिंह राणा,सूरज नैथानी,कृष्ण नैथानी,प्रेम प्रकाश नैथानी, कुन्दन सिंह पंवार,दौलत सिंह गहरवार,राजेन्द्र कंडवाल,भगवान सिंह राणा,गोविन्द सिंह कैन्तुरा,सुनील नौटियाल सहित कई भक्तगण उपस्थित थे।