भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के धर्म गुरु वीरेश विकल महाराज की पुण्यतिथि पर किया याद
सुनील सोनकर
भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस की मसूरी एमपीजी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष व भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के भावाधस के नगर अध्यक्ष प्रिंस पवार के नेतृत्व में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस के प्रथम आदि धर्म गुरु वीरेश विकल महाराज की पुण्यतिथि पर उनको याद किया गया वह उनके बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया। इस मौके पर मसूरी वाल्मीकि मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई वह सभी को प्रसाद वितरण किया गया। वह मंदिर के बाहर लोगों को मीठा पानी शरबत वितरण की गई। प्रिंस पवार ने कहा कि वाल्मीकि समाज के बुद्धिजीवी लोगों द्वारा धर्म गुरु वीरेश विकल महाराज के नेतृत्व में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस संगठन की स्थापना 24 मई 1964 को लुधियाना पंजाब की धरती पर की गई थी। उन्होने कहा कि भावाधस के समस्त कार्यकर्ता धर्म गुरु वीरेश विकल महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर भावाधस संगठन स्थापित करने वाले महापुरुषों को भी याद किया गया और इस मौके भगवान वाल्मीकि के दरबार में मुक्ति माला के जाप के साथ पूजा करके मीठा शरबत बांटा गए वह सभी ने धर्म गुरु वीरेश विकल महाराज के बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर अमन उज्जैनवाल प्रदेश अध्यक्ष यूथ विंग भावाधस , तरुण भगवानी प्रदेश कोषाध्यक्ष , महानगर अध्यक्ष शुभम सौदे , शिवम पंवार महानगर उपाध्यक्ष , आकाश ,सचिन , विशाल, विजय, विपिन, सुमित, मुकेश , बुलबुल, संगीता, कल्पना ,विकास छात्र भी मौजूद रहे ।।