समीर शुक्ला उमेश डोभाल स्मृति सम्मान के लिये चयनित,30 मार्च को मिलेगा सम्मान
सुनील सोनकर
देहरादून। मसूरी के सामाजिक कार्यकर्ता और प्रदेश की संस्कृति को संजोने वाले समीर शुक्ला को उमेश डोभाल स्मृति सम्मान के लिये चयनित किया गया। समीर शुक्ला पिछले 27 सालों से जनसरोकार और उत्तराखंड हिमालय की संस्कृति संवर्धन पर कार्य कर रहे है। समीर शुक्ला ने मसूरी मे सोहम् हिमालयन सेंटर नाम से संग्रहालय स्थापित किया है जो विश्व भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर जीवन शैली, विरासत और विभिन्न हिमालयी आयाम को दर्शाता एकमात्र पूर्ण ’संग्रहालय’मसूरी मे स्थित है जो आज देश विदेश से अनगिनत पर्यटकों को आकर्षित करता है।1997 से अनवरत इस यात्रा मे संस्कृति शोध के फलस्वरूप लगभग सभी विषयों को एक परिसर प्रदर्शित करता यह संग्रहालय विद्यार्थियो, शोधार्थियों को समान रूप से लाभप्रद साबित हो रहा है।इसके अतिरिक्त अनेक उत्पाद विकसित किये गये जिनसे स्थानीय रोजगार और उत्तराखंडी पहचान को व्यापक बनाया। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2022 गणतंत्र दिवस पर धारण किया गया शीशवस्त्र ’ब्रह्मकमल पहाड़ी टोपी’ समीर षुक्ला द्वारा डिजाइन किया उत्पाद है। हाल में उत्तराखंड में नेशनल गेम्स के उद्घाटन समारोह मे भी समीर शुक्ला द्वारा तैयार उत्पाद ’देवदार अंगवस्त्र’ को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया गया। इसके अतिरिक्त मसूरी मे चामुण्डा पीठ नाम से भव्य मंदिर स्थापित किया है। बता दे कि उमेश डोभाल एक महान पत्रकार, कवि, और समाजसेवी थे, जिन्होंने उत्तराखंड के विकास और सामाजिक न्याय के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी पत्रकारिता ने अवैध शराब माफिया के खिलाफ आवाज उठाई और राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष किया। 25 मार्च 1988 को उनकी हत्या कर दी गई, जब वे अपनी पत्रकारिता के जरिए इन मुद्दों पर काम कर रहे थे। उनकी शहादत के बाद उनके योगदान और संघर्ष को याद रखने के लिए एक स्मृति पुरस्कार की शुरुआत की गई। उमेश डोभाल स्मृति समितिरू उनकी स्मृति को जीवित रखने और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए उमेश डोभाल स्मृति समिति की स्थापना की गई थी। 25 मार्च 1991 को इस समिति का गठन हुआ, जो बाद में एक ट्रस्ट में परिवर्तित हो गया। यह ट्रस्ट पत्रकारिता, साहित्य, कला, और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय है। उमेश डोभाल स्मृति सम्मान हर वर्ष उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने पत्रकारिता, साहित्य, कला, और संस्कृति के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया है। इस पुरस्कार का उद्देश्य उमेश डोभाल के संघर्ष और उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मानित करना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी विचारधारा और उद्देश्य जीवित रहें। हर वर्ष 25 मार्च को उमेश डोभाल की पुण्यतिथि के मौके पर एक भव्य समारोह आयोजित किया जाता है, जिसमें सम्मान समारोह, पुरस्कार वितरण, व्याख्यान, और चर्चाएं होती हैं। इस अवसर पर साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ और प्रतिष्ठित व्यक्ति भी शामिल होते हैं, जो समाज की समस्याओं पर विचार करते हैं और समाधान के लिए कार्य करते हैं। उमेश डोभाल स्मृति समिति ना केवल पुरस्कार प्रदान करती है, बल्कि यह पत्रकारिता के माध्यम से समाज में बदलाव लाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर भी काम करती है। यह समिति सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए लोगों में जागरूकता फैलाने और समाज की बेहतरी के लिए काम करती है।