स्व.आलोकी की स्मृति में शाश्वत शिक्षा निकेतन लक्ष्मोली के विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री व पुस्तकालय हेतु दो सौ पुस्तकें प्रदान की
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल। विगत वर्ष आज ही के दिन चीला रेंज में ट्रायल के लिए ले गए इलेक्ट्रिक वाहन के दुर्घटना में वन्य जीव प्रतिपालक श्रीनगर निवासी आलोकी के आकस्मिक निधन के एक वर्ष पूर्ण होने पर आज उनकी स्मृति में शाश्वत धाम लक्ष्मोली में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शाश्वत धाम लक्ष्मोली के संस्थापक स्वामी अद्वैतानंद महाराज ने कहा कि मृतक आलोकी के परिवारजनों द्वारा उनकी स्मृति में सामाजिक कार्य किया जा रहे हैं वह स्वागतयोग्य है,इसमें आवश्यक मृतक आत्मा को शांति मिलेगी। स्वामी अद्वैतानंद महाराज ने कहा कि स्व.आलोकी के पिता स्व.अंशीलाल भी एक अच्छे परोपकारी व्यक्ति थे,विगत वर्ष शिवरात्रि के अवसर पर शाश्वत धाम में आयोजित कार्यक्रम में उनके द्वारा स्वास्थ्य शिविर में विशेष सहयोग प्रदान किया गया था। इस अवसर पर पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ.अरविंद दरमोड़ा ने कहा कि स्व.आलोकी के भाई हीरानंद आलोक कोहली जो कि लंदन में आईटी कंपनी में प्रतिष्ठित पद पर है उनके द्वारा 100 स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराई गई है और शाश्वत शिक्षा निकेतन लक्ष्मोली में स्थापित कि गई लाइब्रेरी के लिए 200 पुस्तकें भी उपलब्ध कराई गई है। हिमालय बचाओ आंदोलन के संयोजक समीर रतूड़ी ने हीरानंद आलोक कोहली द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यो के लिए उनका विशेष आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर शाश्वत शिक्षा निकेतन के छात्र-छात्राओं के लिए अंग्रेजी एवं कंप्यूटर तथा पर्यावरण पर विशेष व्याख्यान आयोजित किए गए। व्याख्यान के मुख्य वक्ता केरल कैडर के आईएसएफ अधिकारी पूर्व मुख्य वन संरक्षक विनोद उनियाल ने छात्र-छात्राओं को खेल-खेल में अंग्रेजी,कंप्यूटर तथा पर्यावरण विज्ञान से अवगत कराया। इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख कीर्तिनगर सोबत सिंह पंवार ने कहां की विद्यालय में स्थापित किए गए पुस्तकालय में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज से सम्बंधित पुस्तकें भी शामिल किए जानी चाहिए इससे छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को भी ग्राम स्वराज के बारे में जानकारी मिलेगी जो की अत्यन्त आवश्यक है। स्मरणीय रहे है कि आज के ही दिन राजा जी पार्क के चीला रेंज में ट्रायल के लिए लाया गया इलेक्ट्रिक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था,वाहन में कई अफसर व वनकर्मी सवार थे,हादसे में दो रेंजर समेत चार लोगों की मौत हो गई थी तथा वाहन समेत आलोकी चीला नहर में जा गिरे दो दिन बाद आलोकी का शव नहर से बरामद किया गया।