ग्राम सलेमपुर में धूमधाम से मनाई गई ईद मिलाद-उन-नबी
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नसीब कुरैशी
हरिद्वार। ईद मिलाद-उन-नबी का त्यौहार ग्राम सलेमपुर में धूमधाम से मनाया गया।
इस मौके पर नफीस कुरैशी ने कहा कि सोशल मीडिया पर आजकल हुजूर की आमद को लेकर बहसबाजी हो रही है देवबंदी हजरात बरेलवी हजरात को बिददती कह रहे हैं, बरेलवी हजरात देवबंदी को काफिर कह रहे हैं। ये इश्क़- ए-रसूल का महीना है ये बताने के लिए तैयार ही नहीं कि हुजूर पाक सलल्लाहुअलैही वसल्लम कौन है,हूजूर पाक कैसे बोलते, कैसे चलते, कैसे अखलाक है, कैसे दीन फैलाया, कैसे अपने समाज से बुराई को खत्म किया।
अगर आपकों इस्लाम की फोटो देखनी है तो शीशे के सामने खड़े हो जाए उसमें जो तस्वीर नज़र आ रही है वहीं इस्लाम की तस्वीर है। मुस्लिम या गैर मुस्लिमों के सामने ये तस्वीर अगर सच बोलती है तो इस्लाम सच बोलता है।अगर ये तस्वीर मां बाप का एहतराम करती है तो इस्लाम मां बाप का एहतराम करने वाला मज़हब है। अगर ये तस्वीर बेईमानी नहीं करती है तो इस्लाम सदाकत का मजहब है। इस तस्वीर को अच्छा बनाईए जो शीशे में नज़र आ रही है।
ईद मिलाद-उन-नबी क्या है? ईद का मतलब है- खुशी, मिलाद का मतलब है-नबी -ए-पाक मुहम्मद सलल्लाहू अलैही वसल्लम की पैदाइश ।आप 12 रबीउल अव्वल (20 अप्रैल 570 A.D) अरब के मक्का शहर में पैदा हुए, जहां गरीबी और भूखमरी आम थी । भ्रष्टाचार,लूट और अत्याचार का बोल बाला था ।अरब में शराब पीना गर्व की बात थी और नैतिकता की कोई कीमत नही थी। बेटियां जीवित दफना दी जाती थी और महिलाओं को कोई अधिकार नहीं थे । सामूहिक लड़ाईयां कई पीढ़ियों तक चलती थी।
आप सलल्लाहू अलैही वसल्लम ने केवल 23 साल में उस समाज की दशा बदलकर रख दी--गरीब दूसरों को देने वाले बन गए । ईमानदारी इतनी आम हुई कि लोगों ने ताला डालना छोड़ दिया। एक दुसरे की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहने लगे । महिलाओं को मोती की तरह सुरक्षा दी जाने लगी। अनुशासन, सामाजिक समानता और लोगों में एकता अपने शिखर पर पहुंच गई। ऐसी जात- ए -पाक की पैदाइश (मिलाद) क्यों न मनाएं
मिलाद का मतलब है- हुजूर -ए-पाक की दुनिया में तशरीफ़ आवरी का जिक्र करना। आपके हुस्न व जमाल का ब्यान करना । आप पर दरूद शरीफ पढना,नाआत पाक, कुरान मजीद और हदीस मुबारक से आप के फजाइल बयान करना ।
और इस दिन को सब खुशी से मनायें।
इस अवसर पर तनवीर कुरैशी पुर्व ब्लाक उपाध्यक्ष आशू कुरैशी सोनू कुरैशी हसीन कुरैशी फिरोज कुरैशी शहजाद मलिक उर्फ विधायक अब्दुल्ला कुरैशी लंगर संचालक आदि मौजूद रहे।