ज्ञान,संस्कृति एवं आनंद का भंडार है पर्यटन : शशि अग्रवाल
शिप्रा अग्रवाल
हरिद्वार। श्री वैश्य बंधु समाज मध्य क्षेत्र हरिद्वार महिला विंग की संस्थापक शशि अग्रवाल ने पर्यटक दिवस की सभी जन सामान्य को शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर शशि अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य एक बुद्धिमान जीव है, ये बुद्धिमान इसलिये है कि मनुष्य अपने ज्ञान का निरंतर विकास करता है. ज्ञान का विकास होता है- देशाटन से. हमारे पूर्वज ज्ञान प्राप्ति के लिये निरंतर भ्रमण किया करते थे।
अब नयी पीढ़ी ने और विकास किया, देशाटन में ज्ञान के साथ मनोरंजन का समावेश कर दिया और देशाटन को पर्यटन का रूप दे दिया. अब आधुनिक काल में पर्यटन, ज्ञान, संस्कृति, आर्थिक एवं आनंद का भंडार बन गया है. इसलिए हम सब को पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए. पर्यटन से उस व्यक्ति का भी विकास होता है, जो पर्यटन करता है और उस स्थान का भी विकास होता है, जहां लोग पर्यटन के लिए जाते हैं. थाईलैण्ड जैसे अनेक देशों की आय का प्रमुख साधन पर्यटन ही है. हरिद्वार जैसे स्थानों का विकास तीर्थयात्रा और पर्यटन ही है. आजकल तीर्थयात्रा में पर्यटन का भाव भी मिला रहता है. पर्यटन के विकास के लिए सफ़ाई, मृदु व्यवहार, आकर्षक प्राकृतिक दृश्य विशेष महत्व रखते हैं।