बहादुरपुर जट की रामलीला में सीता हरण की लीला का मंचन
आशु आर्य
हरिद्वार। ग्राम बहादुरपुर जट की रामलीला में देर रात सीता हरण की लीला दिखाई गई। रामलीला के डायरेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पंचवटी के पास एक सुंदर हिरण को देखकर सीता रामचंद्र जी से उसे पकड़ने को कहती है। रामचंद्र हिरण का पीछा करते हुए दूर निकल जाते हैं। तभी एक अजनबी आवाज भाई लक्ष्मण आओ और मेरे प्राण बचाओ की आती है। जिसे सुनकर सीता विचलित हो जाती है। और लक्ष्मण को अपने भाई की सहायता के लिए जाने को कहती है ।लक्ष्मण जाने से मना करते हैं। परंतु सीता जिद करती है। तब लक्ष्मण पंचवटी के चारों ओर लक्ष्मण रेखा खींचकर जाते हैं। और कहते हैं कि इस रेखा से बाहर नहीं निकलना लक्ष्मण के जाने के बाद रावण साधु वेश में पंचवटी में आता है। और सीता से भिक्षा की मांग करता है। सीता रेखा का उल्लंघन कर पंचवटी से बाहर आकर भिक्षा देती है। तभी रावण सीता का हरण कर लेता है। सीता रक्षा के चिल्लाती है। उसकी आवाज सुनकर पास में ही रहने वाला जटायु सीता की सहायता के लिए आता है। और रावण से युद्ध करता है। भीषण युद्ध में रावण जटायु के पंख काट देता है। और सीता को पुष्पक विमान पर बैठकर लंका में ले जाता है।