हरिद्वार की बड़ी रामलीला में हुआ पंचवटी,सूर्पनखा और खरदूषण वध का मंचन
गौरव अरोड़ा
हरिद्वार। श्रीराम लीला संपत्ति कमेटी की ओर से जूना अखाड़े के निकट आयोजित बड़ी रामलीला में रविवार को पंचवटी, सूर्पनखा और खरदुषण वध का मंचन हुआ। रविवार को पंचवटी, सूर्पनखा संवाद एवं खरदूषण वध का मंचन किया गया। कथानक के अनुसार रावण की बहन सूर्पनखा वन में राम से प्रणय निवेदन किया। इस पर विवाद बड़ गया। इस पर लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काट दी। जब यह समाचार रावण को मिला तो उसने खरदूषण को राम व लक्ष्मण से युद्ध करने भेजा दोनों ओर से भयंकर युद्ध हुआ अंत में खरदूषण की मृत्यु हो गई इस अवसर पर रामलीला का अवलोकन करने पहुंचे अतिथियों हरियाणा सोनीपत के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, गंगा सभा हरिद्वार के अध्यक्ष नितिन गौतम, कांग्रेसी नेता अरविंद शर्मा एडवोकेट, जिला सेवायोजन अधिकारी उत्तम कुमार, पूर्व नगर निगम पार्षद अमन सहित सभी अतिथियों ने कलाकारों के अभिनय की प्रशंसा की। सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने श्रीरामलीला कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष स्व. राममूर्तिवीर, स्व . राज कुमार चडढ़!, स्व . मोती लाल कृष्ण मूर्ति भट्ट सहित सभी संस्थापकों को नमन किया।
श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुनील भसीन, मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा मुन्ना, महामंत्री महाराज कृष्ण सेठ के निर्देशन में पंचवटी से प्रारंभ मंचन में सूर्पनखा का राम लक्ष्मण के प्रति सम्मोहन उसकी नाक कटने का कारण बना। इस दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा, संपत्ति कमेटी के मंत्री रविकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल आदि मौजूद थे। रंगमंच का संचालन विनय सिंघल एवं डॉ. संदीप कपूर ने किया।
सहायक दिग्दर्शक मनोज सहगल, संगीत दिग्दर्शक विनोद नयन, सहायक संगीत दिग्दर्शक साहिल मोदी के अत्यधिक प्रयासो के कारण ही आज की लीला को सफल बनाया जा सका है। ,ट्रस्ट के मंत्री रविकांत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल, ऋषभ मल्होत्रा, विशाल गोस्वामी, राहुल वशिष्ट, अंजना चड्डा, सदस्य पवन शर्मा, दर्पण चड्ढा, मनोज बेदी, सुनील वधावन, विकास सेठ, गोपाल छिब्बर, कन्हैया खेवडिया, नीरज भसीन, वीरेंद्र गोस्वामी सहित सम्पूर्ण कार्यकारिणी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।