बहादुरपुर जट की रामलीला में रावण-अंगद संवाद देखकर रोमांचित हुए दर्शक
आशु आर्य
हरिद्वार। ग्राम बहादुरपुर जट में आयोजित रामलीला में रावण अंगद संवाद के दृश्य दिखाए गए। रामलीला के डायरेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान में बताया कि रामलीला में बृहस्पतिवार देर रात मां गंगा ब्लड बैंक के डायरेक्टर एनएस नेगी कटारपुर के पूर्व प्रधान नूतन कुमार, बजरंग दल के जिला सहसंयोजक जयकरण सिंह और प्रसिद्ध समाजसेवी महेंद्र सिंह सैनी ने राम और लक्ष्मण की पूजा कर लीला का शुभारंभ किया। उन्होंने ग्राम वासियों को रामलीला की बधाई और शुभकामनाएं दी। पहले दृश्य में विभीषण लंका से निकल कर रामचंद्र के पास पहुंचते हैं। जहां पर राम और विभीषण की मित्रता होती है। सुग्रीव कहते हैं कि अब लंका पर चढ़ाई कर देनी चाहिए। परंतु रामचंद्र जी कहते हैं कि हमें राजनीतिक धर्म का पालन करते हुए किसी दूत को रावण के दरबार में भेजना चाहिए। तब अंगद को रावण के दरबार में संदेश लेकर भेजा जाता है। रावण अंगद रावण को युद्ध की होने वाली हानियों के बारे में बताते हैं। और कहते हैं की भलाई इसी में है कि सीता माता को रामचंद्र जी के पास वापस लौटाकर क्षमा मांग लो परंतु रावण कहता है। कि राम और लक्ष्मण वनवासी है वह मुझसे युद्ध नहीं कर सकते। अगर वह अपनी सलामती चाहते हैं।