कन्या गूरुकुल देहरादून में महिला दिवस पर विशेष व्याख्यान का आयोजन
अंशु वर्मा/गीतेश अनेजा
देहरादून। 8 मार्च 2025 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, कन्या गूरुकुल परिसर, देहरादून द्वारा हेलेनिक इंडियन सोसायटी फार कल्चर एण्ड डेवलपमेन्ट के अध्यक्ष एवं एथेन्स सेंटर फार इंडियन एण्ड इंडो-हेलेनिक स्टडीज के निदेशक डा0 दिमित्रियोस वासिलियादिस के एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। डा0 दिमित्रियोस ने बताया कि किस प्रकार भारतीय एवं यूनानी संस्कृतियों ने साहित्य, कला, भाषा, औषधि-विज्ञान, ज्योतिष, दर्शन आदि क्षेत्रों में एक दूसरे को प्रभावित किया। उन्होने भारत-यूनान सांस्कृतिक संबन्धों पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पुर्व एवं पश्चिम का प्रतिनिधित्व करने वाली दोनो संस्कृतियां प्रारम्भ से एक दूसरे के सम्पर्क में रही है। इस पर प्रकाश डालते हुए उन्होने भारत के विषय में लिखने वाले यूनानी लेखको स्काइलेक्स, टेसियस, डाइमेकस, प्लूटार्क, एरियन, मेगस्थनीज आदि की कृतियों अभिलेखों, कलात्मक साक्ष्यों के माध्यम से कहा कि दोनों संस्कृतियों में एक-दूसरे के प्रति आदर एवं स्वीकार्यता का भाव रहा है। विभाग की अध्यक्षा डा0 रेनू शुक्ला ने कहा कि भारत और यूनान के अनेक विद्वान विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक सहयोग करते हुए अनेक प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे है। प्रधानमंत्री की 2023 की यूनान यात्रा ने इसे बढ़ावा दिया है। कार्यक्रम का संचालन डा0 रेनू शुक्ला, डा0 अर्चना डिमरी, डा0 रेखा राजपूत, डा0 अन्जूलता द्वारा किया गया। इस अवसर पर कन्या गुरुकुल परिसर की शिक्षिकाएं प्रो0 हेमन पाठक, प्रो0 निपुर सिंह, प्रो0 नीना गुप्ता, डा0 सविता, डा0 रीना वर्मा, डा0 बबीता, डा0 ममता, डा0 सरिता एवं छात्राएं उपस्थित रही।