अविरल क्रिएशंस महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में निभा रहा अहम भूमिका : सरिता सिंह
सचिन शर्मा
हरिद्वार। अविरल क्रिएशंस के द्वारा गाय के गोबर एवं मंदिरों में चढ़ने वाले फूलों को एकत्रित करके,एक तरफ भगवान पर चढ़ने वाले फूलों को कूड़ेदान में ना डालकर उनका सदुपयोग यज्ञ दीप व धूपबत्ती बनाकर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। साथ ही गृहोपयोगी सजावटी वस्तुएं,जूट के सामान,अचार, उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वहां के उत्पाद जैसे विभिन्न प्रकार के पहाड़ी नमक ,जूस ,ओढ़नी इत्यादि भी महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हैं।
अविरल क्रिएशंस की संचालिका श्रीमती सरिता सिंह ने बताया कि अविरल क्रिएशंस कई स्वयं सहायता समूहों को मिलाकर एक ब्रांड के रूप में कार्य कर रहा है। जिसके अंतर्गत महिलाओं को स्व-रोजगार से जोड़ते हुए उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने का प्रयास निरंतर 2019 से कर रहा है। आर्थिक दृष्टि से तो यह काम कर ही रहा है साथ ही समय समय पर महिलाओं को सामाजिक, राजनैतिक व सम सामायिक विषयों के प्रति भी जन जागरण का काम किया जा रहा है।
महिलाओं को वित्तीय साक्षरता हेतु इसके द्वारा समय समय पर बैंकों के अधिकारियों द्वारा जागरूक करने का काम भी अविरल क्रिएशंस के द्वारा किया जा रहा है। अविरल क्रिएशंस के साथ आज 50 महिलाऐं जुड़ी हुई हैं। इसके कारण इन महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।साथ ही वह जागरूक भी हो रही हैं।
अविरल क्रिएशंस को निरंतर गतिशील रखने वाली श्रीमती सरिता सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं किसी भी समृद्ध समाज या राष्ट्र का मजबूत आधार स्तम्भ हैं,,ना सिर्फ इनका आर्थिक दृष्टि से अपितु मानसिक व बौद्धिक क्षमता की दृष्टि से भी विकास विकास आवश्यक है। तभी सफल समाज या राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। अविरल क्रिएशंस के प्रयासों को समाज का सहयोग अपेक्षित है। क्योंकि यदि ये महिलाएं अच्छा कार्य करेंगी तो कहीं ना कहीं इनके परिवार भी प्रगति करेंगे।