युवावस्था में करना चाहिए भजन : पंडित वासुदेव दास
अभिषेक चाकलान
हरिद्वार। श्री रामलीला समिति रजि.मौ.लक्कड़हारान ज्वालापुर में आयोजित 39 वां श्री रामचरित मानस नवाह्न पारायण के सप्तम दिवस पर भगवत पूजन अशोक सरदार द्वारा की गई।आचार्य अंकित शर्मा,शिवम गौतम,विपिन द्वारा यजमान को पूजन कर आशीर्वाद प्रदान किया।
भागवताचार्य वासुदेव दास महाराज ने सप्तम दिवस पर श्रोताओं को कहा कि भजन यौवन अवस्था में ही करना चाहिये।गोस्वामी तुलसीदास जी भी कहते है यौवन अवस्था खिला हुआ पुष्प है और प्रभु के चरणों में खिला हुआ पुष्प ही अर्पण करना चाहिए ना कि मुरझाया हुआ।जब जीव को वृद्धावस्था में संसार द्वारा ठोकर मार दी जाती है तब जीव को भगवान की याद आती हैं।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष श्री राम सरदार,मंत्री प्रदीप पत्थरवाले,प्रबंधक नितिन अधिकारी,संयोजक प्रवीण मल्ल, नरेन्द्र अधिकारी, मनोज चाकलान,आशुतोष चक्रपाणि, शिवांकर चक्रपाणि,दीपांकर चक्रपाणि,शोभित खेड़ेवाले,उदित वशिष्ठ,नवनीत चक्रपाणि,सत्यम अधिकारी, देवांश अधिकारी, हर्षित अधिकारी, दीपक सैनी आदि ने अतिथियों का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।