पूर्व ग्राम प्रधान नूतन शर्मा ने अधिकारीयों पर लगाए आरोप
अंकुर गोयल
हरिद्वार। हरिद्वार जिले में यूरिया खाद न मिलने के कारण किसान परेशान केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है लेकिन ना तो समय पर यूरिया खाद उपलब्ध होता है ना ही समय पर डीएपी उपलब्ध होती है और ना ही समय पर कीटनाशक दवाइयां उपलब्ध होती हैं आलम यह है कि आजकल जो प्राइवेट दुकानदार हैं वह अपने मनमाने तरीके से कीटनाशक दवाई एवं खाद बेच रहे हैं लेकिन दुख की बात यह है आज तक किसी भी आला अधिकारियों ने इन प्राइवेट दुकानों का निरीक्षण तक नहीं किया है ना ही कभी छापेमारी की है ना ही किसी प्राइवेट दुकान पर किसी भी दवाई की रेट लिस्ट लगी हुई है और ना ही खाद के स्टॉक की एवं रेट की कोई लिस्ट किसी भी दुकानदार ने अपने ब्लैक बोर्ड पर नहीं लिखा हुआ है जिसका खामियाजा भोले वाले किसानों को भुगतना पड़ रहा है केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को चाहिए समय पर किसानों को खाद उपलब्ध कराया जाए एवं समय-समय पर प्राइवेट दुकानदारों के यहां छापेमारी कर निरीक्षण किया जाए कि यह लोग किस प्रकार की कीटनाशक दवाइयां एवं खाद बेच रहे हैं हद तो यहां तक हो गई है आजकल कुछ प्राइवेट दुकानदार हरियाणा से खाद मंगा कर यहां पर बेच रहे हैं जो कि अपने मनमाने तरीके से पैसा वसूल रहे हैं खाद के साथ साथ में वह लोग किसान से बोलते हैं अगर आप एक बोरी खाद लोगे तो आपको उसके साथ में कुछ और भी लेना पड़ेगा जो कि अनिवार्य है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि जो प्राइवेट दुकानदार खाद बेच रहे हैं वह दुकानदार सभी हरियाणा से खाद लाकर हरिद्वार जिले में बेच रहे हैं लेकिन इन प्राइवेट दुकानदारों के द्वारा किसानों का बहुत शोषण हो रहा है कीटनाशक दवाइयां किसान इस समय धान गन्ना सब्जी आदि फसलों में इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन इन दवाइयों का किसी प्रकार भी किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है किसान एक बार अपने खेत में कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल करता है लेकिन उस दवाई का कोई भी रिजल्ट किसान को नजर नहीं आ रहा है किसान फिर से उसी दुकानदार के पास में जाकर अपनी पीड़ा व्यक्त करता है तब वह दुकानदार किसी और कंपनी की दवाई देकर उसको कह देता है अब इसका इस्तेमाल कर कर देख लीजिए लेकिन यहां की सरकार हरिद्वार जिले के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं इन को किसी प्रकार भी किसानों से कोई भी लेना देना नहीं है एक और तो हमारा देश कृषि प्रधान देश है दूसरे और हमारे देश के प्रिय प्रधानमंत्री जी एवं राष्ट्रपति महोदय जी किसान को अन्नदाता कहते हैं लेकिन किसान की फरियाद सुनने वाला कोई भी नहीं है सिर्फ हवा हवाई बातें हैं किसान इस समय त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है ना तो किसान को बीज उपलब्ध हो रहे हैं ना खाद उपलब्ध हो रहा है ना सही प्रकार से ग्रामीण क्षेत्रों में लाइट आ रही है जिस कारण से किसान आत्महत्या करने के लिए विवश है राज्य सरकार को चाहिए एवं हरिद्वार जिले के अधिकारियों को चाहिए कि किसानों के लिए समय पर बीज और खाद उपलब्ध कराएं एवं समय-समय पर प्राइवेट दुकानदारों के यहां छापेमारी कर जांच होनी अति आवश्यक है ताकि यह लोग अपने मनमाने तरीके से किसानों से रेट वसूलना कर सकें एवं किसानों को सही प्रकार की कीटनाशक दवाइयां बीज उपलब्ध कराएं।