किड्जी स्कूल बहादराबाद में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
पीयूष चौहान
हरिद्वार: जहां एक और आम आदमी से लेकर राज्य एवं केंद्र सरकारों तक आजादी के अमृत महोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया गया तो वही 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में जगह जगह स्कूलों एवं विद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में धूमधाम से उत्सव मनाया गया इसी कड़ी में किड्जी स्कूल बहादराबाद के छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक नृत्य भाषण एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीर गाथा के माध्यम से आजादी क अमृत महोत्सव को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया। इस कार्यक्रम के दौरान नर्सरी कक्षा से कक्षा 6 तक के सभी छात्र छात्राओं द्वारा अपने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अभिभावकों एवं अतिथियों का मन मोह लिया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के रूप में आए एसबीआई बैंक के रिटायर मैनेजर कमलेश चौहान के द्वारा ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया इसके पश्चात नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात एक के बाद एक भव्य प्रस्तुतियों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अतिथियों सहित सभी अभिभावकों का मन मोह लेने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। मुख्य अतिथि के द्वारा सभी को संबोधित करते हुए कहा गया कि यह आजादी हमें बमुश्किल मिली है जिसका हमें सम्मान करना चाहिए और आजादी के लिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है उन सभी को सदैव याद रखना चाहिए क्योंकि उनकी वजह से आज हम खुली हवा में सांस ले सकते हैं एक दूसरे के साथ बातें कर सकते हैं और इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी कर सकते हैं वहीं दूसरी ओर स्कूल की ऑनर एवं प्रिंसिपल शताक्षी चौहान के द्वारा बताया गया कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रमों को कराया जाना मुमकिन नहीं हो पाया था किंतु इस बार सभी बच्चों ने बहुत मेहनत करके इस प्रकार के आयोजन में अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से चार चांद लगा दिए साथ ही उन्होंने कहा कि इस आजादी के दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है कि हम अपने वीर सपूतों को याद करके फक्र से सर ऊंचा कर सकें। साथ ही उन्होंने बताया कि देश के प्रति प्रेम और देश हित की भावना के लिए छात्र छात्राओं को लगातार स्कूल में अध्यापक एवं अध्यापिका ओं द्वारा अवगत कराया जाता है साथ ही उन्हें भविष्य में भारत देश के विकास में अपना योगदान किस प्रकार दें उसके लिए तैयार किया जाता है। इस कार्यक्रम के दौरान स्कूल के सभी अध्यापक एवं अध्यापिकाएं और सैकड़ों अभिभावक मौजूद रहें।