बजट 2023: नलकूपों पर बिजली का बिल माफ नलकूपों पर मीटरो का उखाड़ फेंक आंदोलन क़र रहे किसानो नें किया सरकार के फैसले का स्वागत
भाकियू तोमर के मीटर उखाडो आंदोलन के चलते सरकार नें किया बिल माफ़ : आरिफ मलिक
किसानों की बिजली का बिल शून्य कर सरकार ने किया संजीवनी का काम : आरिफ मलिक
बजट 2023: नलकूपों पर बिजली का बिल माफ
नलकूपों पर मीटरो का उखाड़ फेंक आंदोलन क़र रहे किसानो नें किया सरकार के फैसले का स्वागत
सहारनपुर। बजट 2023 में सरकार द्वारा बजट पेश किया गया जिसमें किसानों के लिए भी कुछ राहत दी गई इसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन तोमर के प्रदेश महासचिव आरिफ मलिक ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर के आह्वान पर भाकियू तोमर के नेतत्व में किसानो नें नलकूपों पर लगे मीटरो को उतारक़र लगातारा धरना प्रदर्शन क़र विरोध किया जिसके चलते आज योगी सरकार नें नलकूपों का बिल शून्य घोषित किया है।
आरिफ मलिक नें कहा बिल माफ़ क़र योगी सरकार ने किसानों के लिए संजीवनी का काम किया है लेकिन यह संजीवनी किसानों की मूर्छित अवस्था को बिल्कुल चेतन अवस्था में नहीं ला सकती उन्होंने कहा कि योगी सरकार के इस सराहनीय कदम कि वह प्रशंसा करते हैं व आभार प्रकट करते हैं लेकिन किसानों के और भी मुद्दे हैं जहां किसान समस्याओं से जूझ रहा है गन्ना भुगतान को लेकर सबसे बड़ी समस्या है कि मिल मालिकों पर अंकुश लगे और वह समय से गन्ने का भुगतान करें जब सरकार किसान को केसीसी से पैसे देती है तो पहले दिन से ही ब्याज लगाना शुरू कर देती है इसी प्रकार जब गन्ना मिल को दे दिया जाता है और यदि 30 दिन तक भी पेमेंट नहीं किया जाता और भुगतान कभी 6 महीने बाद तो कभी अगले वर्ष किया जाता है तो 1 महीने के बाद किसान के गन्ना भुगतान पर भी ब्याज लगाकर किसानों को भुगतान दिया जाना चाहिए, उधर जितना भी कीटनाशक बाजारों में है उनके मूल्यों में भारी वृद्धि की गई है तथा अन्य संयंत्रों पर भी किसी प्रकार की कोई सब्सिडी नहीं है साथ ही महानगर अध्यक्ष उसमान मलिक नें कहा कि जब नलकूपों पर बिजली का बिल माफ हो गया है तो ट्यूबवेल पर मीटर लगाने का कोई औचित्य नहीं रहता और जहां जहां भी मीटर लगे हैं अब वह भी औचित्य हीन हो गए हैं अतः वह मीटर भी नलकूपों से उतरने चाइए यदि सरकार किसानों के लिए सोचती है तो फिर किसान भी सरकार के लिए सोचेगा।