ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत एएचटीयू टीम ने किए महत्वपूर्ण कार्य
मनन ढिंगरा
हरिद्वार। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की पहल पर प्रदेश भर में चलाए जा रहे 02 माह के ऑपरेशन मुक्ति अभियान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के आदेशानुसार जनपद स्तर पर सीओ नगर जूही मनराल (नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति) के दिशा निर्देशन एवं प्रभारी निरीक्षक एएचटीयू हरिद्वार/ऑपरेशन मुक्ति टीम द्वारा बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों की प्रथम चरण/दूसरे चरण के अनुसार चिन्हिकरण/सत्यापन की कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 13.04.2023 तक चंडीघाट रोडीबेलवाला,लालजीवाला झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बालक /बालिकाओं में से कस्तूरबा गांधी छात्रावास में बालिका
1.आरती पुत्री आकाश कुमार उम्र 13 वर्ष
2.ललिता पुत्री श्लोकेश कुमार उम्र 10 वर्ष
नेता जी सुभाषचंद्र बोस लालढांग में 3.दिलखुस पुत्र लोकेश कुमार उम्र 11वर्ष
4.चिराग पुत्र मोहित उम्र 11 वर्ष
5. जितेंद्र पुत्र हीरालाल उम्र 12 वर्ष
6.राजा पुत्र दिनेश उम्र 11वर्ष जो कि 7. सनी पुत्र हीरालाल उम्र 9वर्ष
8. कृष्णा पुत्र पंचम उम्र 11 वर्ष
9. राहुल पुत्र पंचम 14 वर्ष
10. विष्णु पुत्र विष्णु उम्र 11 वर्ष
11. भोला पुत्र मंगल उम्र 9वर्ष
12. सुजल पुत्र पप्पू 13 वर्ष
राजकीय प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपुरी में
14. सलोनी पुत्री नीतू 11 वर्ष
15. सरवन पुत्र नीतू 7 वर्ष
16. यस पुत्र नीतू 6 वर्ष
17. संजना पुत्री नीतू 9 वर्ष
18. गंगा पुत्री आकाश 9 वर्ष
19. जमुना पुत्री आकाश 6 वर्ष का प्रवेश विद्यालय अभी छात्रावास में करवाया जा चुका है इसके अतिरिक्त 162 बालक बालिकाओं का सत्यापन किया गया जिसमें से 5 वर्ष से कम आयु के बालक बालिकाओं को चंडी घाट के आंगनबाड़ी केंद्रों में एवं 6 वर्ष ऊपर बालक बालिकाओं को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया जारी है इनमें से कुछ बालक बालिका है जो विद्यालय नहीं जा रहे थे उनके माता-पिता को शिक्षा के प्रति जागरूक कर उन्हें विद्यालय में प्रवेश करवाया जा रहा है ऑपरेशन मुक्ति अभियान के दौरान बाहरी राज्यों के एवं उत्तराखंड राज्य के कुल 9 बालकों का रेस्क्यू किया गया जिसमें से 8 बालकों को परिजनों के सपुर्द किया जा चुका है जनवरी माह 2023 से अभी 13 अप्रैल 2023 तक कुल 30 बालकों का रेस्क्यू किया गया जिसमें से 4 बालिकाएं है 1 बालिका को परिजनों के सपुर्द किया गया 3 बालिकाएं केदार पुरम देहरादून के संरक्षण में है 26 बालकों में से 24 बालकों को उनके माता-पिता के पास भेजा जा चुका है एवं 2 बालक बाल संरक्षण गृह रोशनाबाद हरिद्वार के संरक्षण में है जिनके परिजनों से संपर्क के प्रयास एवं बालकों की काउंसलिंग लगातार की जा रही है ऑपरेशन मुक्ति अभियान के प्रचार प्रसार हेतु लगातार जन जागरूकता गोष्ठियों एवं बस्तियों, कॉलोनियों, गांव, विद्यालय में जाकर में जाकर लघु गोष्ठियों का भी आयोजन किया जा रहा है छात्र-छात्राओं को बाल श्रम,बाल भिक्षावृत्ति,बाल विवाह,बन्धुआ मजदूरी,साईबर अपराध से सम्बंधित जानकारी (1930),चाइल्ड लाइन नम्बर 1098,महिला हेल्प लाइन नम्बर 1090,महिला उत्पीड़न,पुलिस एप को इंस्टाल करने की प्रक्रिया,मानव अंगों की तस्करी एवं मानव तस्करी के बारे में जागरूक किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त रेलवे पुलिस फोर्स हरिद्वार के साथ भी रेलवे स्टेशन बस स्टेशन में भी "भिक्षा नही शिक्षा" विषय पर आने जाने वाले यात्रियों को भी जागरूक किया जा रहा है जिसकी स्थानीय स्थानीय लोगों द्वारा एवं बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों द्वारा भी प्रशंसा की जा रही है।