बेटी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए मां की अपील
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गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर शहरवासियों,राज्य से आये विभिन्न जगहों के लोगों, जिन्होंने मेरी बेटी अंकिता को न्याय दिलाने की लड़ाई में साथ दिया,मैं उन सबका धन्यवाद करती हूँ सभी लोग जानते हैं कि मेरी बेटी को न्याय दिलाने की लड़ाई हेतु श्रीनगर के पीपलचौरी पर 13 दिन के अनिश्चित-कालीन धरने पर हम लोग बैठे, जिसमें तमाम संवेदनशील लोगों ने आकर समर्थन दिया। दिन के लगभग 150 से ज्यादा लोग धरने पर आते थे। मैं जाननी हूं,कि मेरी बेटी अंकिता अब कभी मुझे वापस नहीं मिलेगी, मैं उसे कभी देख नहीं पाऊँगी, परंतु मैं उन तमाम बेटियों के लिए लड़ रही हूं जो सपना देखती हैं तथा उसे पूरा करने के लिए बाहर कदम रखती हैं.उनके साथ भी इस तरह की घटना न हो और हत्यारों को उदाहरण मूलक फाँसी की सजा मिल सके, तभी मुझे और मेरी बेटी को न्याय मिल पाएगा। मेरा, बेटियों तथा राज्य व देश के समस्त संवेदनशील लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि सभी लोग आगे आयों,अब यह अकेली माँ की लड़ाई नहीं है,बल्कि समस्त उन माताओ,परिवारों की लड़ाई है जो अपनी बेटियों को पढ़ा-लिखाकर सक्षम बनाना चाहते हैं,यह समस्त पहाड़ी क्षेत्र, उत्तराखण्ड राज्य के अस्तित्व व अस्मिता की लड़ाई है, जिसको हमें साथ मिलकर लड़ना होगा।
इसके साथ मैं यह भी बताना चाहती हूँ, कि पत्रकार आशुतोष भाई जो पहले दिन से ही इस न्याग की लड़ाई में हमारे साथ खड़े थे, सरकार द्वारा इस केस को कमजोर करने के लिए उन पर फर्जी मुकदमा कर गिरफ्तार कर लिया गया है, इससे हमें साफ पता चलता है कि यह सरकार पूरी तरीके से मेरी बेटी के हत्यारों को बचा रही है और जो मेरे साथ न्याय के लिए लड़ रहे हैं उन्हें जबरन जेल में डाल रही है. उन समस्त पत्रकारों जिन्होंने क्षेत्रीय मीडिया लेकर से राष्ट्रीय मीडिया तक आवाज उठाई उनका भी आभार व्यक्त करती हूँ तथा निवेदन करती हूं कि मेरे साथ न्याय में साथ लडने वाले मेरे भाई पत्रकार आशुतोष नेगी की रिहाई में समर्थन दें।
यह न्याय और धर्म की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक मेरी बेटी अंकिता को न्याय नहीं मिलता और आप सभी मानवतावादी लोगों से मेरा निवेदन है कि आप अपने स्तर पर गांवों व अपने गांव के बाजारों में अंकिता को न्याय दिलाने के आंदोलन में शामिल हों।
आज 11 मार्च को अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने हेतु 27 फरवरी से चल रहे धरने का 14 वां व अंतिम दिन था।
न्याय की यह लड़ाई अब गांव-गांव मोहल्ले मोहल्ले में न्याय यात्रा के रूप में जाएगी, धरने का समापन प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से अंकित भंडारी की माता सोनी देवी की जनता से अपील के साथ हुआ।
अंकित भंडारी को न्याय दिलाने की जो यात्रा 13 मार्च को कोटेदार से शुरू की जाएगी।