एनआईटी श्रीनगर व एमआईटी पुणे के बीच हुआ समझौता
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गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड(एनआईटीयूके),और पुणे स्थित एमआईटी एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (एमआईटीएओई) ने अकादमिक और अनुसंधान में संस्थागत सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर एनआईटीयूके के माननीय निदेशालक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी और एमआईटीएओई,पुणे के निदेशक डॉ.महेश डी गौदर ने अपने-अपने संस्थानों की ओर से हस्ताक्षर किए।
निदेशक प्रोफेसर अवस्थी ने बताया एनआईटीयूके अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति दृढप्रतिज्ञ है और भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ इस तरह के सहयोग में प्रवेश करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि इस समझौते का प्राथमिक उद्देश्य संयुक्त शैक्षणिक और अनुसंधान कार्यक्रमों/गतिविधियों, छात्रों के संयुक्त पर्यवेक्षण,संयुक्त प्रायोजित अनुसंधान परियोजनाओं,पारस्परिक आधार पर संयुक्त प्रकाशनों को संचालित करके दोनों संस्थानों के संकाय,कर्मचारियों और छात्रों के बीच बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देना है। साथ ही एनआईटीयूके और एमआईटी इंजीनियरिंग अकादमी संयुक्त शैक्षणिक गतिविधियों जैसे अल्पकालिक पाठ्यक्रम,सेमिनार,कार्यशालाएं सम्मेलन,विशेषज्ञ व्याख्यान, संकाय विकास कार्यक्रम, पाठ्येतर गतिविधियों आदि का आयोजन कर सकते हैं।
प्रोफेसर अवस्थी ने बताया कि इस समझौते के अंतर्गत दोनों पक्ष यथासंभव ऐसी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे जो संकाय को संबंधित विभागों/केंद्रों और संस्थानों में अनुभव और प्रशिक्षण प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगी। इसके अलावा दोनों पक्ष सक्षम प्राधिकारी की अनुमति से किसी भी पक्ष के साथ गेस्ट हाउस,परिसर,सेमिनार हॉल अनुसंधान/लाक्षणिक वर्णन जैसी बुनियादी सुविधाओं का उपयोग अन्य संस्थानों/विश्वविद्यालयों के लिए लागू दरों की तुलना में रियायती दरों पर कर सकेंगे।
एमओयू के विभिन्न प्रावधानों के संचालन के लिए एनआईटीयूके की तरफ से डीन (आर एंड सी) को और एमआईटी इंजीनियरिंग अकादमी की तरफ से स्कूल ऑफ ई एंड टीसी की डीन डॉ.दीप्ति.वाई.सखारे को नामित किया गया है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से संबद्ध एमआईटीएओई दल का प्रतिनिधित्व डॉ.दीप्ति वाई. सखारे ने किया। उन्होंने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रोफेसर अवस्थी के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थानों में अनुसंधान,नवाचार और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में सहायक होगा। मौके पर डॉ.सनत अग्रवाल (डीन रिसर्च एंड कंसल्टेंसी,एनआईटी), डॉ.शशांक भतरा,डॉ.रोहित कुमार मौजूद थे।