व्यापारियों की समझ में नहीं आ रहा बजरंग दल का गणित
विनोद चौहान
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा प्रस्ताव पत्र
धर्म रक्षा के नाम पर व्यापारियों से मांगा जाएगा चंदा,धर्म रक्षा पर 20 प्रतिशत और 80 प्रतिशत दल के विस्तार पर होगा खर्च
रुद्रप्रयाग। बजरंग दल की ओर से रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में अब लाचार पशुओं की सेवा के साथ अपने को मजबूत करने के लिए चंदा मांगने का काम किया जाएगा। इसको लेकर बजरंग दल ने एक प्रस्ताव विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष को सौंपा है। प्रस्ताव में कहा गया है कि व्यापारियों से चंदे में मांगे जाने वाली धनराशि का 20 प्रतिशत धर्म रक्षा पर खर्च होगा, जबकि 80 प्रतिशत धनराशि दल को मजबूत करने पर खर्च की जाएगी। बजरंग दल का यह प्रस्ताव पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसके बाद से रुद्रप्रयाग शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
विश्व हिन्दू परिषद के बजरंग दल का एक प्रस्ताव पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें बजरंग दल के जिला संयोजक ने विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष को लिखा है कि सुरक्षा, संस्कार को मजबूत बनाने को लेकर व्यापारियों से चंदा मांगा जायेगा। इस मांगी गई धनराशि से लाचार पशुओं की सेवा की जाएगी। व्यापारियों से लिए गए चंदे का संचालन बजरंग दल का एक कर्मठ कार्यकर्ता करेगा, जो रजिस्टर भी मेंटेन रखेगा। यह कार्यकर्ता महीने की पहली तिथि को धनराशि एकत्रित कर जिस भी व्यापारी से दान लेगा, उसके हस्ताक्षर भी करवाएगा। जमा राशि का 20 प्रतिशत बजरंग दल विश्व हिन्दू परिषद के धर्म रक्षा में जमा कर पर्ची कटवाएगा तथा 80 प्रतिशत राशि बजरंग दल अपने आप को मजबूत व संगठन का विस्तार करने में लगाएगा। पत्र में विभिन्न पदाधिकारियों के हस्ताक्षर भी शामिल हैं। वहीं, विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष भरत सिंह रावत ने कहा कि बजरंग दल का यह प्रस्ताव उन्हें मिला है, जिस पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
वहीं बजरंग दल का प्रस्ताव पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने के बाद रुद्रप्रयाग शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। व्यापारियों का कहना है कि विश्व अखाड़ा परिषद का (गौ रक्षा विभाग) लगातार गाय और नंदी की सेवा में जुटा हुआ हैै। गौ रक्षा विभाग अपने स्वयं के खर्चे पर निराश्रित गौवंश के संरक्षण को लेकर कार्य कर रहा है। इसके बावजूद गौ रक्षा विभाग ने कभी चंदा नहीं मांगा। बजरंग दल के लोगों का यह प्रस्ताव पत्र व्यापारियों की समझ में नहीं आ रहा है। व्यापारियों से मांगे गए गए चंदे से बजरंग दल खुद को मजबूत करने का काम करेगा और धर्म रक्षा के नाम पर पैंसा मांगा जायेगा।
बजरंग दल का यह प्रस्ताव बेहद ही शर्मनाक: देवेन्द्र
रुद्रप्रयाग। विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) के सचिव देवेन्द्र बिष्ट, कोषाध्यक्ष संदीप कप्रवाण, दीपक नौटियाल, अंकित राणा, राकेश गोस्वामी, प्रवीन रावत ने कहा कि गौवंश संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर लगातार सरकार से गौ रक्षा धाम निर्माण की मांग की जा रही है। निराश्रित गाय और नंदी की सेवा को लेकर रात के समय चारापत्ति से लेकर घायल होने पर पशुपालन विभाग व नगर पालिका के सहयोग से ट्रीटमेंट किया जा रहा है। विश्व हिन्दू परिषद के बजरंग दल का यह प्रस्ताव कि धर्म रक्षा में मात्र 20 प्रतिशत खर्च होगा और 80 प्रतिशत स्वयं पर खर्च होगा, यह प्रस्ताव सरासर सनातन धर्म का अपमान है। व्यापारियों के दिए पैंसों से जहां 100 प्रतिशत खर्च निराश्रित गाय और नंदी के संरक्षण पर किया जाना चाहिए था, वहीं 80 प्रतिशत स्वयं को मजबूत करने और 20 प्रतिशत धर्म रक्षा में खर्च करने का प्रस्ताव शर्मनाक है। विश्व अखाड़ा परिषद का गौ रक्षा विभाग दान में मिली धनराशि का सौ प्रतिशत के अलावा अपने संसाधनों से भी गौवंश संरक्षण को लेकर कार्य करता रहेगा। अभी तक गौ रक्षा विभाग ने किसी से भी दान नहीं लिया है और पिछले 8 महीनों से निस्वार्थ सेवाभाव से कार्य कर रहा है।