एएचटीयू की ऑपरेशन मुक्ति टीम ने गुमशुदा बालक को परिजनों से मिलाया
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मनीषा सूरी/पीयूष सूरी
हरिद्वार। अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) उत्तराखण्ड के आदेशानुसार प्रदेश भर में चलाए जा रहे एक महीने के ऑपरेशन मुक्ति अभियान(भिक्षा नहीं शिक्षा दे) के सफल क्रियान्वयन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ( आई.पी.एस) , हरिद्वार के दिशा निर्देशन में/ पुलिस उपाधीक्षक नगर जूही मनराल (नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति ) के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप बिष्ट के प्रभार में 17/3/2024 का दिन 4 दिवस से अपने घर से लापता बालक अक्षत पुत्र सुरेश उम्र 12 वर्ष के जीवन में ऑपरेशन मुक्ति अभियान "भिक्षा नहीं शिक्षा दे"खुशियां लेकर आया जब बालक को विश्वास में लेकर काउंसलिंग कर उसके परिजन बालक की माता गीत देवी पत्नी सुरेश निवासी हमीदपुर थाना किरतपुर, जिला बिजनौर ,उत्तर प्रदेश को उनके ग्राम स्थान से लाकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत कर बाद काउंसलिंग परिजनों के सपुर्द किया गया।
बालक अक्षत की माता गीत देवी द्वारा बताया गया कि बालक चार दिवस पूर्व सुबह घर से विद्यालय में कुछ काम कह कर निकला था जो देर रात तक वापस नहीं आया।
जैसे-जैसे रात्रि बढ़ रही थी बालक की परिजनों को चिंता सताने लगी ,अचानक बालक के इस प्रकार कही चले जाने कारण बालक अक्षत के परिजनों द्वारा बालक अक्षत के विषय में अपने सगे संबंधियों के यहां सूचना देकर खोजबीन की गई परंतु बालक का कहीं भी पता नहीं चला ,बालक अक्षत को अत्यंत दयनीय अवस्था में मोती बाजार हरिद्वार से रेस्क्यू किया गया था।
दिनांक 16/3/2024 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट हरिद्वार की ऑपरेशन मुक्ति टीम द्वारा बालक अक्षत द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बालक के परिजनों से संपर्क किया गया तो हर जगह से निराश हो चुके बालक के परिजनों ने चैन की सांस ली और आज वह बालक को लेने अपने गांव से हरिद्वार आए ।
बालक की माता गीत देवी व पिता सुरेश द्वारा हरिद्वार पुलिस (ऑपरेशन मुक्ति टीम) द्वारा किए गए सहयोग एवं मित्रता पूर्ण व्यवहार के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार का हार्दिक आभार जताया गया।
टीम में कांस्टेबल दीपक चंद,नवीन जोशी,मुकेश कुमार एवं महिला कांस्टेबल गीता शामिल रहे।