होली के पर्व में होता है भक्त प्रहलाद के चरित्र का दर्शन : आदित्य गोस्वामी
शिवम खेवड़िया
हरिद्वार। फाल्गुन मास के पावन दिवस पर गोविंद की गली,ज्वालापुर में श्रीधाम वृंदावन से पधारे आदित्य गोस्वामी महाराज प्रमुख सेवारत श्री राधारमण लाल जी मंदिर, वृंदावन द्वारा भक्तों को होली आनन्दोत्सव में अपनी रसमयी वाणी से भजनों पर श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। महाराज ने होली के सन्दर्भ में विस्तार पूर्वक व्याख्यान किया उन्होंने बताया कि यह त्यौहार आपसी भाई चारे का प्रतीक है य़ह रंगो की उमंग, उल्लास का प्रतीक है इसमें भक्त प्रह्लाद के चरित्र का दर्शन होता है।
उन्होंने सभी भक्तों को संदेश देते हुए कहा कि वर्तमान समय मे इंसान के पास सुख सुविधायें है किन्तु उसके पास समय और सुकून नहीं है सभी को अपने जीवन में कुछ पल के लिए मोबाइल का त्याग कर परिवार के साथ बैठकर सत्संग आदि करना चाहिये जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी भी संस्कारों से युक्त होकर एक सकारात्मक समाज का निर्माण कर सकें।
सभी श्रद्धालुओं को होली की मंगल कामना देते हुए संकीर्तन का विश्राम किया गया।
इस अवसर पर साधना गोस्वामी, भुवनेश, सोनू, करुणा चौहान, अधीर कौशिक, डॉ गौरव, मोहित, सपना,पूजा,मीनाक्षी,कपिल,नरेंद्र, नेहा,प्रियंक,आशुतोष,संजय, राजन,ऋषभ,पावनी,खुशी,केशव,श्रेया आदि मौजूद रहे।