भारत की जी-20 अध्यक्षता पर आधारित पुस्तक का हुआ विमोचन
भारत की जी-20 अध्यक्षता पर आधारित पुस्तक का हुआ विमोचन
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सचिन शर्मा
हरिद्वार। एसएसडी गर्ल्स पीजी कॉलेज रुड़की की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.कामना जैन के द्वारा लिखित पुस्तक भारत की जी-20 अध्यक्षता एक वैश्विक साझा भविष्य पुस्तक का विमोचन यू.जी.सी. मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में उत्तराखंड पोलिटिकल साइंस एसोसिएशन (उपसा) तथा इंडियन पॉलिटिकल साइंस एसोसिएशन (इपसा) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार- “भारतीय परंपरागत चिंतन एवं ज्ञान राजनीतिक पारिस्थितिकी से संभावनाएं” के उद्घाटन सत्र में किया गया। पुस्तक का विमोचन कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत, स्पर्श हिमालयन विश्वविद्यालय, ऋषिकेश के कुलपति प्रोफेसर के.एन.जेना, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित, केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के पूर्व कुलपति एवं इपसा के जनरल सेक्रेटरी प्रोफेसर संजीव शर्मा, उपसा अध्यक्ष एवं हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एम एम सेमवाल,में वैलिड डीएसबी केंपस निदेशक कुमायूं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर की निदेशक प्रोफेसर नीता बोरा, यू.जी.सी. मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की निदेशक प्रोफेसर दिव्या उपाध्याय जोशी तथा उपनिदेशक डॉक्टर रितेश शाह एवं उप निदेशक उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड प्रोफेसर आर.एस. भाकुनी, के कर कमलों द्वारा किया गया। जी-20 भारत शिखर सम्मेलन अध्यक्षता 2023 द्वारा वैश्विक नेतृत्व को एक नवीन दिशा देने का प्रयास किया गया,जो संभवतः भविष्य में एक मील का पत्थर साबित होगा। भारतीय संस्कृति के अक्षय सूत्र "वसुधैव कुटुंबकम"की संकल्पना को साकार करने का संकल्प लेकर भारत द्वारा अपने अध्यक्षता काल में वैश्विक सहयोग,समन्वय एवं समरसता को किस प्रकार बढ़ावा दिया जा सकता है इसका अनुपम उदाहरण भारत ने विश्व के समक्ष रखा । भारत की जी-20 अध्यक्षता के इस अनुपम अवसर,इसके अंतर्गत संपन्न बैठकों एवं उसमें लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों को पुस्तक में संकलित करने का प्रयास किया गया है। जी-20 समूह को विस्तार से समझने के लिए यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभप्रद सिद्ध होगी।