वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पौड़ी पुलिस का साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने के साथ ही साइबर पीड़ितों के चेहरों पर लायी गयी मुस्कान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पौड़ी पुलिस का साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने के साथ ही साइबर पीड़ितों के चेहरों पर लायी गयी मुस्कान
सबसे तेज प्रधान टाइम्स गबर सिंह भण्डारी पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह के कुशल निर्देशन में पौड़ी पुलिस पूरे वर्ष एक्टिव मोड में रही है। अपराधों के जहां सफल अनावरण हुये वही आमजनमानस को भी पुलिस द्वारा जागरुक किया गया। पौड़ी पुलिस द्वारा स्कूलों, कॉलेजों व गांव-गांव में जाकर छात्र -छात्राओं व ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाकर जागरूक किया गया विभिन्न मंचों जैसे रामलीला मंचन आदि के माध्यम से साइबर फ्रॉड व नशे के दुष्प्रभाओं के बारे में भी अधिक से अधिक जागरुक किया गया। श्रीनगर में पुलिस की नयी साइबर सेल व एफएफयू यूनिट का गठन करने से आमजन को साइबर अपराधों से त्वरित मदद मिलने में सहायता मिली। पौड़ी पुलिस की गत वर्ष की कुछ मुख्य उपलब्धियां:-
पौड़ी पुलिस द्वारा साइबर धोखाधड़ी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए कुल 75 अभियोग पंजीकृत कर 60 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही कर साइबर अपराधियों की कमर तोड़ी गयी,ये सभी अपराधी अलग अलग प्रदेशों से गिरफ्तार कर जेल भेजे गये। साथ ही साइबर ठगी की कुल 1.05 करोड़ की धनराशि को पीडिंतो के खातों में वापस दिलाकर उनके चेहरों पर मुस्कान लौटायी गयी।
एनडीपीएस एक्ट के तहत 52 व्यक्तियों के विरूद्ध 39 अभियोग पंजीकृत कर 3 किलो 174 ग्राम अवैध चरस,214.3 ग्राम अवैध स्मैक एवं 332 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया।
जनपद में कोटद्वार के अलावा एक और नई साइबर सेल व एफएफयू यूनिट का गठन श्रीनगर में किया गया है जिससे श्रीनगर व आस पास के निवासरत लोगों को साइबर सम्बन्धी शिकायतों के लिए पौड़ी व कोटद्वार की लम्बी दूरी तय नहीं करनी पड़ती है, बल्कि आसानी से साइबर सम्बन्धी शिकायतों का निस्तारण साइबर सेल श्रीनगर में किया जाता है।
जनपद स्तर पर प्रत्येक थानों में पिंक यूनिट टीमों का गठन किया गया है जिनके द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत 120 से अधिक बार स्कूलों में जाकर मनचलों पर नजर रखते हुये स्कूली छात्राओं से बातचीत कर सुरक्षा की भावना जागृत करते हुये उन्हें महिला सम्बन्धी अपराध,उत्तराखण्ड पुलिस एप में गौरा शक्ति मॉड्यूल एवं आपताकालीन नम्बर डायल-112 के बारे में जानकारी दी गयी।
समस्त थानों की महिला हेल्प डेस्क प्रभारियों/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला कर्मी जो कि आत्मरक्षा के गुर सीखे हुए हैं उनके द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत स्कूलों,कॉलेजों में पढने वाले 7,550 लड़कियों व कार्यालयों में कार्य करने वाली 100 युवतियों/महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया गया।
जनपद पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत 120 से अधिक शिक्षण संस्थानों में 300 से अधिक बार जाकर लगभग 15000 छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध,नशे के दुष्प्रभावों व महिला सम्बन्धी अपराधों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां देकर अधिक से अधिक जागरूक किया गया।
जनपद पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत 200 से अधिक गांवो में जाकर महिला मंगलदल के सदस्यों,ग्रामीण महिलाओं व बच्चों को एकत्रित कर उन्हे बढ़ते हुए अपराधों की रोकथाम, मानव तस्कारी,साइबर अपराधों से बचाव,सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों व आपतकालीन नम्बर डायल-112 आदि के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया।
थाना क्षेत्रान्तर्गत रह रहे 200 से अधिक एकल वरिष्ठ नागरिकों एवं बुजुर्गों के घरों में जाकर उनकी कुशलछेम पूछते हुये उनकी समस्याओं को सुना गया। व 500 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट उपलब्ध करायी गयी।
जनपद की साइबर सैल द्वारा 109 मामलों में साइबर अपराध से पीड़ित व्यक्तियों के खातों में कुल रुपए 1,05,51,200 रूपये की धनराशि वापस करायी गयी एवं साइबर अपराध से सम्बन्धित कुल 75 अभियोग पंजीकृत कर 60 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी।
जनपद पुलिस द्वारा 25 इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी करने के साथ साथ गुण्डा अधिनियम के तहत अवैध गतिविधियों में संलिंप्त 21 व्यक्तियों के विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की गयी। मोटर वाहन अधिनियम के तहत 37,870 व्यक्तियों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही करते हुये लगभग 2 करोड़ रूपये का संयोजन शुल्क वसूला गया साथ ही 830 वाहनों को सीज करते हुये 1,335 व्यक्तियों के डीएल निरस्तीकरण की कार्यवाही की गयी।