हरिद्वार की जनता भ्रमित मांग रही जवाब नगर निगम निकाय चुनाव 2025,,
हरिद्वार की जनता भ्रमित मांग रही जवाब नगर निगम निकाय चुनाव 2025,,
सबसे तेज प्रधान टाइम्स
विजय कुमार बंसल
हरिद्वार।हरिद्वार नगर निगम चुनावों को लेकर कांग्रेस और भाजपा मे टिकटों के बंटवारे को लेकर अन्दर ही अन्दर असंतोष पनप रहा है, ऐसी स्थिती में दोनों ही दलों मे भितरघात की संभावनाऐं बलवती हो गई है। बगावत, बयानबाजीयों को लेकर यह भितरघात से इंकार नहीं किया जा सकता। हरिद्वार कारीडोर, सफाई व्यवस्था, सीवर सिस्टम, लगातार बढ रहे ग्रहकर जल मूल्य अनाप शनाप, की वृद्धि से पूरी धर्म नगरी त्रस्त है और जनता के अंदर बुनियादी मुद्दों पर भाजपा की प्रदेश सरकार होते हुए भी जनप्रतिनिधियों की खामोशी सबको अखर रही है ।पहले ग्रहकर लिये जाने पर पानी, सीवर तथा यूजर टैक्स नहीं लिया जाता था। पिछले बोर्ड मे यूजर लगाने का पार्षदों ने विरोध कर इस प्रस्ताव को लागू करने का कडा विरोध किया था। परन्तु हरिद्वार के विधायक व तत्कालीन शहरी विकास मंत्री के दबाव में यूजर टैक्स लगाने पर निगम बोर्ड ने स्वीकृति की मौहर लगा दी। जनता का मजबूरी में यह जजिया कर बर्दास्त करना पड़ा। सफाई व्यवस्था का भी निजीकरण भी इस मुद्दे से जुडा था वह भी स्वीकृत हो गया।अब शहर में जबरदस्त चर्चा है कि सप्तऋषि से कनखल तक के चुनावों में सभी वार्डों में कॉरिडोर का मुद्दा राय शुमारी के रूप में देखा जा रहा है । क्योंकि कॉरिडोर से सप्तऋषि से कनखल तक के सभी वार्ड प्रभावित होंगे। यदि इन सभी वार्डो से भाजपा, विजयी, होती है तो समझा जायेगा कि यहाँ की जनता कारीडोर की पक्षधर है। और यदि कांग्रेस विजयी होती है तो यह स्पष्ट संदेश होगा कि हरिद्वार की जनता कांग्रेस के नेतृत्व में कारीडोर की लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध है। कारीडोर पर डरी भाजपा ने ऐन स्थानीय निकायों के चुनाव के वक्त पर माननीय मुख्यमंत्री से गोल मोल बयान देहरादून मे जारी करवा दिया कि कारीडोर से सौन्दर्यीकरण का काम होगा जबकि इससे ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री हरिद्वार में स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के उद्घाटन पर खुले मंच से कह कर गये है, कि"
" कारीडोर भी बनेगा और
"'पौड टेक्सी कार योजना "व
"'नये चंडी देवी उड़न खटोला""
को भी शीघ्र शुरु किया जायेगा।
प्रश्न यह हैं कि शहर की जनता भाजपा के मुखिया की इस घोषणा पर यकीन करें, या देहरादून मे माननीय के दबाव में दिये गये गोल मोल बयान पर। भाजपाई चुनाव लडनें वाले उम्मीदवार भी कारीडोर का जनता मे जबाब देने से खासे पेशोपेश में हैं ।